लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद गाजीपुर में ‘गाजीपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे’ का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने चाबुक चलाकर पूर्वांचल से माफिया संस्कृति को समाप्त करने की बात कही। उन्होंने जनप्रतिनिधियों व स्थानीय लोगों से संवाद भी किया और अधिकारियों के साथ समीक्षा की। इसके बाद जनसंवाद स्थल पहुंचे।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस एक्सप्रेसवे का लोकार्पण कर सकें। इसके लिए कोई कसर न छोड़ी जाए। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ व गाजीपुर को अब जल्दी ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ से जोड़ेगा।
उन्होंने कहा कि पूर्वांचल में माफिया विकास में बाधा थे। उनके ऊपर चाबुक चलाकर पूर्वांचल के विकास को गति दी गई है। पूर्वांचल से माफिया संस्कृति को सरकार ने समाप्त किया।पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे जैसे बनेगा यहां पर रोजगार की ढेर सारी संभावनाएं आगे बढ़ेंगी। उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। हमारे यहां के युवाओं को रोजगार के लिए अन्य राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा बल्कि रोजगार के लिए जिसको आना होगा यहां उत्तर प्रदेश में आएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार विकास के हर कार्य को लेकर लगातार तत्पर है। हर जगह पर यह सरकार सकारात्मक भाव की तैयारी से चल रही। मुख्यमंत्री एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों संग समीक्षा बैठक में भी वह शामिल हुए और फिर जनसंवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
मुख्यमंत्री योगी गाजीपुर के दौरे के बाद आजमगढ़ पहुंचे उनका हेलीकॉप्टर मुजरापुर में हेलीपैड पर उतरा। जहां लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के जनपदों के विकास के रास्ते खोलने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को अप्रैल महीने में जनता के आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा। प्रयास है कि 31 मार्च तक मुख्य कैरिजवे को तैयार कर लिया जाए। प्रधानमंत्री स्वयं पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के मुख्य कैरिजवे को जनता के लिए समर्पित करेंगे। दुनिया देखेगी कि तीन साल से पहले ही जनता को समर्पित कर देंगे।
उन्होंने कहा कि हर एक जिले में औद्योगिक कॉरिडोर बनाया जाएगा। सर्विस लेन और कार्य भी निर्धारित समय पर पूरा कर लिए जाएंगे। इसके साथ ही एक्सप्रेस-वे पर ढाई घंटे में लखनऊ और आठ घंटे में दिल्ली के लिए वाहनों का फर्राटा भरना शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे आजमगढ़ के विकास के रास्ते खोलेगा।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 340.824 किमी है। इसे भविष्य में आठ लेन का किया जा सकता है। इस परियोजना से लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुलतानपुर, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर लाभान्वित होंगे। यह एक्सप्रेस-वे न सिर्फ उद्योग धंधों का मार्ग प्रशस्त करेगा, बल्कि क्षेत्रीय लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार भी उपलब्ध कराएगा। एक्सप्रेस-वे सम्पूर्ण पूर्वांचल क्षेत्र के विकास की रीढ़ साबित होगा।