वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शासन की योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों को प्राथमिकता पर उपलब्ध कराए जाने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। जिले में चल रही विकास परियोजनाओं को युद्ध स्तर पर अभियान चला कर गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयावधि में पूरा कराये जाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं के साथ ही विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि निर्माण कार्यों के दौरान गुणवत्ता के साथ ही सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखा जाए। इसमें किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को वाराणसी पहुंचे और सर्किट हाउस सभागार में प्रशासनिक एवं पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास/निर्माण परियोजनाओं एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने रोपवे परियोजना की समीक्षा के दौरान विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि इसमें अनावश्यक देरी नहीं होने पाये।जिस पर जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि तीन स्टेशन का निर्माण कार्य दिसम्बर तक तथा बचे स्टेशन को मार्च तक पूरा करा लिया जायेगा।
मुख्यमंत्री द्वारा विगत दिनों रामनगर स्थित शास्त्री/बलुवा घाट पर घटी घटना को गंभीरता से लेते हुए पर्यटन विभाग, कार्यदायी संस्था, कॉन्ट्रैक्टर तथा संबंधित नोडल अधिकारी के खिलाफ जाँच कराकर जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सुरक्षा के दृष्टिगत शास्त्री घाट पर निर्मित सभी गुम्बदों को पुनः खोलकर उनका पुनर्निर्माण करें तथा पूरे कार्य क्षेत्र की बैरिकेडिंग जरूर करें। घाटों पर लगने वाले पत्थरों की गुणवत्ता जांच लें तथा उसी की आपूर्ति सुनिश्चित हो, ताकि कार्य की गुणवत्ता बनी रहे।
मुख्यमंत्री द्वारा कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल के सभी कार्यों की जांच कराकर गुणवत्ता सुनिश्चित करने को निर्देशित किया गया। निर्माणाधीन सभी कार्यों के पूरा होने पर संबंधित विभाग हैंडओवर ले और तभी परियोजना को लोकार्पित कराये। कार्य की गुणवत्ता पर किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिये, इसको सभी विभाग सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने कहा की आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना तभी पूरी होगी, जब ग्राम पंचायतें आत्मनिर्भर होगी। इसके लिए नगर निकायों, ग्राम पंचायतो की आय बढ़ाने पर कार्य किया जाए। उन्होंने प्रत्येक ग्राम पंचायतो में कन्वेंशन सेंटर, स्ट्रीट वेंडर, तालाब में मछली पालन से आमदनी, ग्रामीण हाट आदि अपनाने को कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जनपदों के लिए प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति कर दी गई है। जनपद की समस्याओं का समाधान जनपद स्तर पर ही किए जाने हेतु नवनियुक्त प्रभारी मंत्री एवं कोर ग्रुप की बैठक प्रत्येक महीने आयोजित हो, ताकि जिले की समस्या का समाधान जनपद स्तर पर ही हो सके। मुख्यमंत्री ने नगर निगम स्वच्छता, सेनिटेशन, प्लास्टिक मुक्त शहर, स्ट्रीट डॉग, निराश्रित गोवंश को गौशाला में शिफ्ट करना, नये शामिल क्षेत्रों मे सभी बुनियादी सुविधाओं को देना तथा सिटी फॉरेस्ट की परिकल्पना पर कार्य करने को निर्देशित किया।
उन्होंने देशी पद्धति पर ड्रेनेज विकसित करने के लिए मॉडल विकसित किए जाने का निर्देश। सभी फ्लाईओवर के नीचे सुंदरीकरण का कार्य कराये जाने का भी निर्देश दिया। सभी निराश्रित गौशालाओं की व्यवस्था अच्छी रहे। अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद स्थापित करने को निर्देशित किया, ताकि लागू होने वाली किसी व्यव्स्था की जानकारी उनको रहे तथा उनके भी सुझावों को शामिल किया जाये। भवनों के बेसमेंट में पार्किंग सुनिश्चित हो, ताकि सड़क पर अनावश्यक गाड़ियां न खड़ी हो। सभी जर्जर भवन को विकास प्राधिकरण तथा नगर निगम टीम बनाकर चिन्हित करते हुए आवश्यक कार्रवाई करें, ताकि किसी जान-माल का नुकसान नहीं होने पाये।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला सुरक्षा के दृष्टिगत निर्देशित करते हुए कहा कि मिशन शक्ति के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायतो में महिला पुलिस अधिकारी, महिलाओं के साथ बैठक व संवाद करे। उन्होंने महिला सुरक्षा हेतु पुलिस बीट पर महिला सिपाहियों की तैनाती करने हेतु निर्देशित किया। ग्राम सचिवालयो में लोगो के ज्ञानवर्धन हेतु समाचार पत्र, पत्र पत्रिकाएं, सरकार की योजनाओं एवं उपलब्धियों से संबंधित साहित्य आदि रखे जाने का सुझाव दिया। ग्रामीण क्षेत्रों की तरह शहर में भी स्ट्रीट वेंडर के लिए सड़को की बजाय आसपास खाली स्थानों पर शेड बनाकर उन्हें शिफ्ट किए जाने का निर्देश दिया। ताकि सड़को पर अनावश्यक जाम न लगने पाए। नगरीय क्षेत्र में अलग-अलग स्थलों पर कन्वेंशन सेंटर बनाए जाने हेतु नगर निगम को निर्देशित किया। इससे नगर निगम को आय के साथ ही लोगो को रोजगार भी मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने शहरीय क्षेत्र में सुरक्षित यातायात व्यवस्था हेतु प्रत्येक टैक्सी, ऑटो, ई रिक्शा चालकों का वेरिफिकेशन कराए जाने के साथ ही इनका आई कार्ड जारी किए जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने इन सभी का रूट व स्टैण्ड निर्धारित किए जाने पर जोर देते हुए कहा कि ये निर्धारित संख्या में ही सवारी बैठाए। उन्होंने शहर में किरायेदारों का भी सत्यापन कराए जाने पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि विभाग रूटीन कार्यों के साथ-साथ नवाचार का भी कार्य करे। उन्होंने वरुणा रिवर फ्रंट को मॉडल के रूप में विकसित करने का निर्देश देते हुए विशेष रूप से जोर दिया कि इसमें कोई सीवर व दूषित पानी न गिरे। बाण के दौरान गंगा का पलट प्रवाह वरुणा नदी में न हो। वरुणा में हमेशा पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जनपद में नदी के प्रवेश स्थल से लेकर जगह-जगह पर चेक डैम बनाए जाने, नदी के दोनो तरफ सघन वृक्षारोपण आदि की ठोस कार्ययोजना बनाने हेतु सिंचाई विभाग को निर्देशित किया। उन्होंने नदी से एक निश्चित दूरी तक आबादी के बसावट एवं उसे अतिक्रमण से बचाने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्सी एवं वरुणा नदी, वाराणसी की प्राचीनतम पहचान है। इनके अस्तित्व को बचाने का कार्य करना है। प्रत्येक विकास कार्य के मॉनिटरिंग के लिए एक नोडल अधिकारी नामित करे। हर घर नल योजना के सभी कार्यों को शत प्रतिशत पूर्ण कराए जाने के साथ ही वहा पर वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य कराए जाने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने आईजीआरएस, सीएम हेल्प लाइन से प्राप्त शिकायती पत्रों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण, समयबद्धता के साथ निस्तारित किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने सचेत करते हुए कहा कि इसके हीलाहवाली पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने ओवरलोडेड ट्रको/वाहनों को जीरो प्वाइंट पर ही रोके जाने के साथ ही उनके विरूद्ध कार्यवाही करने का निर्देश दिया। टूरिस्ट पुलिसिंग को प्रभावी बनाने हेतु भी निर्देशित किया तथा कहा कि पुलिस पर्यटकों के साथ अच्छा व्यवहार करें। सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस पेट्रोलिंग, फुट पेट्रोलिंग बड़ाये जाने हेतु निर्देशित किया। होटलो, दुकानों, प्रतिष्ठानों आदि में लगे अग्निशमन यंत्रों को अपडेट रखें जाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने हेतु निर्देशित किया। नाविको, स्ट्रीट वेंडरो, व्यापारियों आदि समूहों के साथ नियमित बैठक व संवाद सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया।
बैठक की शुरुआत में जिलाधिकारी एस. राजलिंगम द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष शहर में शिक्षा, स्वास्थ्य तथा लोक निर्माण आदि विभागो की विभिन्न निर्माणाधीन परियोजनाओं की जानकारी मुख्यमंत्री के समक्ष प्रोजेक्टर के माध्यम से रखी गयी। जिस पर मुख्यमंत्री ने परियोजनाओं में तेजी लाने हेतु निर्देशित किया।
उन्होंने जनपद में किये गये विभिन्न नवाचारों जिसमें लैब मित्रा, ऑपरेशन विद्याशक्ति, काशी वंदन, मेरा प्लास्टिक-मेरी जिम्मेदारी जैसे अभियानों आदि की भी जानकारी मुख्यमंत्री के समक्ष रखी। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कानून व्यवस्था के संबंध में विस्तृत जानकारी से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग एवं नगर निगम के नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने अपने विभागीय योजनाओं एवं कार्यों की विस्तृत जानकारी से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
बैठक में उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभारएल डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक टी राम, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, एडीजी जोन पीयूष मोर्दिया, पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम सहित अन्य विभागीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने सारंग नाथ महादेव मंदिर में दर्शन पूजन भी किया
तत्पश्चापत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर रात कचहरी-आशापुर संदहा मार्ग के चौड़ीकरण, सारनाथ प्रो-पूअर तथा सारंग नाथ महादेव मंदिर के पुनर्विकास परियोजना के प्रगति का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मौके पर मौजूद अधिकारियों एवं कार्यदाई संस्थाओं के अभियंताओं को मानक के अनुरूप समय से कार्य पूर्ण कराए जाने हेतु सख्त हिदायत थी। मुख्यमंत्री ने सारंग नाथ महादेव मंदिर में दर्शन पूजन भी किया।
मुख्यमंत्री ने जेपी मेहता इंटर कॉलेज में बाढ़ पीड़ितों के लिए बनाए गए राहत शिविर का भी औचक औचक निरीक्षण किया। राहत शिविर में रह रहे लोगों का कुशलता पूछते हुए उन्होंने सामग्री उपलब्ध कराई तथा बच्चों को टाफिया भी बाटी।