चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ‘लीक वीडियो’ केस में तीन सदस्यीय SIT मामले की जांच कर रही है, साथ ही इस केस में अरेस्ट किए गए तीनों आरोपियों को सात दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया है। हालांकि, अब चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी केस में जांच कर रही SIT का दावा है कि कथित वीडियो लीक के आरोप में गिरफ्तार की गई छात्रा पूछताछ के दौरान अलग-अलग बयान देकर गुमराह कर रही है।
आरोपी छात्रा बयानों से कर रही गुमराह
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ‘लीक वीडियो’ केस में घटना की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) के अनुसार, छात्रा ने पहले दावा किया था कि उसे निजी वीडियो साझा करने के लिए ब्लैकमेल किया गया था, जबकि अब वह यह भी कह रही है कि उसने जानबूझकर शिमला में बैठे अपने प्रेमी को अपने वीडियो भेजे थे।
छात्रा का था आरोप- आरोपी युवक कर रहा था ब्लैकमेल
SIT का कहना है कि शुरुआती पूछताछ के दौरान, छात्रा ने दावा किया था कि उसे उसके प्रेमी के दोस्त द्वारा ब्लैकमेल किया जा रहा था। छात्रा ने बताया था कि उसने अपने प्रेमी के साथ जिन वीडियो, फोटो को शेयर किया था। उन्हीं तस्वीरों को लेकर मामले में गिरफ्तार दूसरा आरोपी निजी वीडियो और तस्वीरें लीक करने की धमकी दे रहा था।
दो और गिरफ्तारियां हो सकती हैं- SIT
इस मामले से जुड़े एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक केस में ब्लैकमेल करने वाला युवक, छात्रा और अन्य छात्रों की आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो की मांग कर रहा था। हालांकि, तीनों आरोपी 19 सितंबर से सात दिन के पुलिस रिमांड में हैं। एसआईटी को दो और लोगों की भूमिका पर भी संदेह है, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
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SIT को है आरोपियों के मोबाइल डेटा का इंतजार
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ‘लीक वीडियो’ केस में तीन सदस्यीय एसआईटी को टीम प्रदेश साइबर सेल से आरोपियों के मोबाइल फोन के डेटा का इंतजार कर रही है। शुरुआती जांच में पुलिस ने इस मामले में बताया था कि चार वीडियो मिले थे जो कि आरोपी छात्रा के ही थे। इस मामले में यूनिवर्सिटी के अन्य छात्राओं का आरोप था कि करीब 60 लड़कियों के आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड किए गए थे। हालांकि, पुलिस ने इस सभी आरोपों से इनकार किया था।