सिसोदिया से CBI ने नौ घंटे तक पूछे सवाल, CM केजरीवाल के भगत सिंह वाले बयान पर सियासी बवाल

दिल्ली में आबकारी नीति बनाने और उसे लागू करने के कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में सोमवार को पूछताछ के लिए सीबीआई द्वारा दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को बुलाया गया। जहां उनसे करीब नौ घंटे तक पूछताछ हुई। सीबीआई के दफ्तर से बाहर निकलने के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा कि सारे केस फर्जी हैं, ऑपरेशन लोटस को सफल बनाने के लिए यह मामला बनाया गया। उन्होंने कहा कि आबकारी नीति में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।

उधर, सिसोदिया को सीबीआई द्वारा पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद दिल्ली की सियासत गरमा गई। दिनभर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के अन्य नेताओं ने मनीष सिसोदिया की भगत सिंह से तुलना कर दी। इस तुलना को लेकर आम आदमी पार्टी को आलोचना का सामना करना पड़ा।

महान स्वतंत्रता सेनानी की एक शराब घोटाले के भ्रष्टाचारी से तुलना असहनीय: आदेश गुप्ता

दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि जब से सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को हजारों करोड़ के शराब घोटाले में समन किया है, तभी से सत्ता के नशे में चूर सीएम अरविंद केजरीवाल अपने भ्रष्टाचारी डिप्टी सीएम की तुलना भगत सिंह से कर शहीद-ए-आजम का अपमान कर रहे हैं। किसी महान स्वतंत्रता सेनानी की एक शराब घोटाले के भ्रष्टाचारी से तुलना असहनीय है।

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा भड़के

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, ‘मुझे दुख है कि स्वतंत्रता संग्राम के ए, बी, सी को नहीं जानने वाले भगत सिंह की तुलना मनीष सिसोदिया जैसे भ्रष्ट व्यक्ति से कर रहे हैं। उन्होंने इसे शर्मनाक बताया है।

सिसोदिया की भगत सिंह से तुलना शर्मनाक: मिनाक्षी लेखी

केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि 23 साल की उम्र में भारत के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले भगत सिंह की तुलना जब मनीष सिसोदिया, जिन्होंने जनता को लूटा है उनसे की जा रही है तो ये शर्म की बात है। भगत सिंह सिद्धांत की तरफ थे न कि झूठ की तरफ थे।

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भगत सिंह के करीबी रिश्तेदार ने भी उठाया सवाल

वहीं, भगत सिंह के करीबी रिश्तेदार हरभजन सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों में पकड़े गए अपराधियों की तुलना शहीदों से क्यों की जा रही है? वह इससे क्या राजनीतिक लाभ चाहते थे? आपकी जो भी लड़ाई है, उसे राजनीतिक रूप से लड़ें।