मदरसे पर नेताओं के ‘बर्निंग बोल’, कोई बोला छोटा NRC तो किसी ने कहा आतंक का हब

देश में मदरसों को लेकर गुरुवार को राजनीति तेज हो गई है. एक तरफ असम में मदरसे को ढहाए जाने को लेकर नेताओं ने प्रतिक्रिया दी तो वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराने के प्रदेश सरकार के आदेश पर भी बयानबाजी का दौर जारी रहा. देखिए देश की राजनीति में मदरसों का मुद्दा कैसे चर्चा का विषय बन गया.

एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश सरकार के मदरसों का सर्वे कराने के फैसले पर आपत्ति जताते हुए कहा कि मदरसे संविधान के अनुच्छेद 30 के अंतर्गत हैं तो यूपी सरकार ने सर्वे कराने का आदेश क्यों दिया. सरकार हमारे अधिकारों में दखल नहीं दे सकती.

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ये छोटे एनआरसी की तरह है. यूपी सरकार को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा, मदरसों को लेकर झूठ फैलाना बंद कर दीजिए.

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आप सीधा यही ऑर्डर कर दीजिए कि आप मुसलमान नहीं रहे हैं. यही करना चाह रहे हैं आप. इन्हीं मदरसों ने देश को आजाद कराया, आज आप उन्हें ही शक की नजर से देख रहे हैं. मदरसों में हिन्दू तक जो अंग्रेजी, गणित पढ़ा रहे हैं उनको तक दो-दो साल से सैलरी नहीं मिली है.

वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ओवैसी को तगड़ा जवाब दिया. उन्होंने कहा, ओवैसी के डीएनए में जिन्ना है. वह जिन्ना की भाषा बोलते हैं. उनको हर अच्छाई में बुराई नजर आती है.

गिरिराज सिंह ने कहा, क्या मदरसों के बच्चों को अच्छी शिक्षा लेने का हक नहीं है. क्या बैरिस्टर बनने का अधिकार केवर ओवैसी को है.

पिछले 7 सालों से उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड ने किसी भी नए मदरसों को मान्यता नहीं दी है. इन सात वर्षो में प्रदेश की आबादी स्वाभाविक रूप से बड़ी है. मान्यता बंद होने से नए मदरसे बोर्ड से नहीं जुड़ पा रहे हैं. इसी के चलते सरकार ने बड़ा फैसला करते हुए मदरसों का सर्वे कराने का फैसला लिया है

असम में मदरसे को ढहाए जाने के बाद सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, अगर मदरसे में देश विरोधी गतिविधियां हुईं तो उनको ढहा दिया जाएगा.

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सरमा ने कहा मदरसे आतंकियों की ट्रेनिंग का हब है और इनका इस्तेमाल इसी मकसद से किया जा रहा है. असम में अब तक ऐसे दो मदरसों को गिराया जा चुका है.

उन्होंने कहा, जांच में पता चला है कि यहां पढ़ाई-लिखाई नहीं होती थी बल्कि मदरसे में अल कायदा का ट्रेनिंग कैंप चल रहा था.

दरअसल बोंगाईगांव जिले में एक मदरसे को गुरुवार को गिरा दिया गया. आरोप था कि ये मदरसा जिहादी गतिविधियों में शामिल था.