यूपी चुनाव से पहले बीएसपी-बीजेपी को लगा तगड़ा झटका, बढ़ गई सपा की ताकत

उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे राजनीतिक दल इन दिनों खुद को मजबूत करने की कवायद में जुटे हैं। इसी क्रम में सूबे की पूर्व सत्ताधारी समाजवादी पार्टी ने बसपा और बीजेपी को बड़ा झटका दिया है। दरअसल, शनिवार को बसपा के छह निलंबित विधायकों ने सपा की सदस्यता ली है। इसके अलावा बीजेपी के भी एक विधायक साइकिल पर सवार हुए हैं। इस दौरान सपा के राष्ट्रिय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद रहे।

इन विधायकों ने ली सपा की सदस्यता

सपा की सदस्यता लेने वाले बसपा विधायकों में श्रावस्ती के भिगना विधायक असलम राइनी, हापुड़ के ढोलाना विधायक असलम अली चौधरी, प्रयागराज के हांडिया विधायक हाकिम लाल बिंद, सीतापुर के सिधौली विधायक हरगोविंद भार्गव, बादशाहपुर की मुंगरा विधायक सुषमा पटेल और प्रयागराज के प्रतापपुर विधायक मुजतबा सिद्धिकी शामिल हैं। इसके अलावा   इसके अलावा भाजपा के सीतापुर से विधायक राकेश राठौर सपा में शामिल हो गए।

इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जो सपा में आना चाहते हैं। आने वाले समय में तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने घोषणापत्र के वादों को पूरा नहीं किया। बीजेपी ने वादा किया था कि 2022 तक किसानों की दोगुनी हो जाएगी। लेकिन आज किसान ये जानना चाहता है कि किसानों की आय दोगुनी कब होगी। आज सभी जरूरी सामान महंगा हो गया।

अखिलेश ने कहा कि बीजेपी के संकल्पपत्र का कोई भी पेज देख लीजिए, एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। इसके अलावा अधिकतम मूल्य पर धान की खरीद का वादा किया गया था। आज उत्तर प्रदेश का किसान के धान की खरीद नहीं हो पा रही है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वादा किया था कि झांसी और मथुरा में मेट्रो बनेगी। लेकिन कहीं मेट्रो नहीं बनी। सिर्फ उन्हीं शहरों में मेट्रो का काम हुआ है, जो सपा काल में पास हुए थे।

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अखिलेश ने कहा कि बीजेपी ने 2017 में लोक कल्याण संकल्प पत्र बनाकर कूड़े में फेंक दिया। बीजेपी पन्ना प्रभारी तो बनाते है, लेकिन अपने ही बनाए पन्ने को नहीं पढ़ा। उन्होंने कहा कि सरकार बताए किसानों और खेती के कौन सा अच्छा काम किया। बुंदेलखण्ड के लोगो ने सबसे ज्यादा बीजेपी पर भरोसा किया, लेकिन जितना ज्यादा भरोसा जनता ने किया, उतना बड़ा धोखा बीजेपी ने दिया। शिक्षण संस्थानों को चौपट कर दिया गया है एक सोच विशेष के लोगो को बैठा दिया गया ताकि सालों तक उसी सोच के लोग आते रहें।