बीजेपी ने पेश की चुनावी वादों की फेहरिस्त, संकल्प पत्र में सुनाई दी NRC की गूंज

असम में होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते सूबे में जारी चुनावी उठापटक के बीच सूबे की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक कदम आगे बढाते हुए सूबे की जनता के सामने अपने वादों की फेहरिस्त पेश की है। दरअसल, असम चुनाव के लिए बीजेपी ने अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में राजधानी के खानापाड़ा स्थित एक निजी होटल में पत्रकार सम्मेलन में यह संकल्प पत्र जारी किया गया। इस संकल्प पत्र में बीजेपी ने कई लोकलुभावन वादे किये हैं। इसमें बीजेपी ने एनआरसी का भी उल्लेख किया है।

संकल्प पत्र में है इन प्रमुख वादों का उल्लेख

संकल्प पत्र जारी करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि अपने अन्य कार्यक्रमों के साथ बीजेपी ने आत्मनिर्भर असम के लिए 10 संकल्प लिए हैं। संकल्प पत्र में NRC के बारे में कहा गया है कि असम के सरंक्षण के लिए एक सही एनआरसी पर काम किया जाएगा, ताकि वास्तविक भारतीय नागरिकों की रक्षा की जाए और घुसपैठियों को बाहर किया जाए. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा।

इसके तहत मिशन ब्रह्मपुत्र, जरूरतमंद महिलाओं को अरुणोदय योजना के तहत मिलने वाले 830 रुपये की मासिक आर्थिक सहायता को बढ़ाकर तीन हजार रुपये करने, राज्य के नामघरों को ढाई लाख रुपये देने तथा उनके अधिकारों की रक्षा करने, आठवीं कक्षा पास करने वाले छात्रों को साइकिल देने, राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) में संशोधन करने, असम के विधानसभा सीटों के पुनर्गठन करने, असम आहार आत्मनिर्भर योजना के जरिए मछली पालन, मुर्गी पालन, सूअर पालन, डेयरी, हॉर्टिकल्चर आदि को बढ़ावा देने, दो लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा आठ लाख लोगों को अन्य प्राइवेट रोजगार देने, 10 लाख युवा उद्यमियों को उद्योग लगाने में सहायता करने के साथ ही असम के भूमिहीन लोगों को भूमि का पट्टा देने का वादा किया है।

पत्रकार सम्मेलन के दौरान बीजेपी अध्यक्ष नड्‌डा ने कहा कि पार्टी के संकल्प पत्र के जरिए इन 10 महत्वपूर्ण विषयों को अगले 05 वर्ष का मिशन बनाने के साथ ही असम की सभ्यता और संस्कृति की रक्षा करने, राज्य की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने, राज्य के युवाओं को सबल बनाने, कृषि के क्षेत्र को बढ़ावा देकर आर्थिक विकास करने, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, बाढ़ मुक्त असम के ढांचागत विकास, जनजातीय संबंधों को प्रगाढ़ करने एवं उनका कल्याण करने, सबका साथ, सबका विकास के जरिए समाज कल्याण करने, असम की प्राचीन धरोहरों की रक्षा करने, पर्यटन को बढ़ावा देने, हरित असम बनाने के लिए विशेष रूप से कार्य किए जाएंगे।

इनके साथ ही असम के लोगों के अधिकारों की रक्षा करने, असम की प्राचीन सभ्यता को अक्षुण्ण बनाए रखने, असम समझौते का क्रियान्वयन करने, उग्रवाद और आतंकवाद को निर्मूल करने, असम पुलिस को और अधिक मजबूत बनाने, सीमा पार से होने वाले स्मगलिंग तथा वूमेन ट्रैफिकिंग रोकने की बात संकल्प पत्र में शामिल हैं।

दूसरी ओर युवाओं को सशक्त बनाने, स्किल डेवलपमेंट, स्टार्टअप एंड इनोवेशन के जरिए युवाओं को समृद्ध करने, डिजिटल संसाधनों को विकसित करने, खेल को बढ़ावा देने, किसानों को आर्थिक सहायता देने, चाय उत्पादन एवं इसकी खेती को बढ़ावा देते हुए चाय मजदूरों की दैनिक मजदूरी 350 करने, बाजार को नियमित बनाने, फूड प्रोसेसिंग, ऑर्गेनिक फार्मिंग, फिशरीज को भी बीजेपी के संकल्प पत्र में स्थान दिया गया है।

इसके अलावा व्यापार को सरल बनाने, एक जिला एक उत्पाद इंडस्ट्री, एमएसएमई एसएमई पॉलिसी के जरिए उद्योग को बढ़ावा देने, परंपरागत व्यापार को बढ़ाते हुए डिजिटल इकोनामी तैयार करने, शिक्षा के क्षेत्र में विशेष काम करने, उच्च शिक्षा को मजबूत करने, शिक्षकों के कल्याण के लिए कार्य करने, असम में स्वास्थ्य सेवा को और अधिक मजबूत बनाने, गुवाहाटी को मेडिकल टूरिज्म का हब बनाने, असम में स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था को दुरुस्त करने, स्पेशलाइज्ड हेल्थ केयर स्थापित करने, कुपोषित बच्चों की हिफाजत करने, पारंपरिक औषधियों को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया गया है।

जबकि महिलाओं को सुरक्षा देने, महिलाओं को आर्थिक रूप से सबल बनाने, आंगनबाड़ी तथा आशा कर्मियों को 2022 तक टेबलेट देने, प्रसूति सुविधाओं को बढ़ावा देने, आपदा प्रबंधन को और अधिक सशक्त बनाने, कनेक्टिविटी को और अधिक गतिशील बनाने, शहरी विकास के जरिए 98 टाउनशिप डेवलप करने, ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने, असम की संस्कृति एवं इस यहां धार्मिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने, जनजातीय कल्याण करने आदि को विशेष रूप से बीजेपी के संकल्प पत्र में स्थान दिया गया है।

इस दौरान पत्रकारों के नागरिकता संशोधन कानून, घुसपैठ, भूमिहीन को पट्टा देने, असमिया संस्कृति की सुरक्षा करने, चाय बागानों आदि से संबंधित प्रश्नों के बीजेपी अध्यक्ष ने सीधे उत्तर दिए। अपने उत्तर में उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस बच्चों से पार्टी चला रही है, इसलिए उसकी राजनीति दिशाविहीन है।

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उन्होंने कहा कि लंबे समय से कांग्रेस चाय मजदूरों को वोट को बैंक की तरह व्यवहार करती रही है जबकि हमारी सरकार ने 05 वर्षों के शासनकाल में उन्हें आर्थिक रूप से अत्यंत मजबूत किया। उन्हें अलग-अलग किश्तों में आठ हजार रुपये दिए गए। उनके 7।30 लाख बैंक अकाउंट खुलवाए गए। महिलाओं को 12 हजार रुपये प्रसूति भत्ते के रूप में दिया गया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार ने पांच वर्षों में असम के समग्र विकास के लिए कार्य किया है। इसके तहत रेल, रोड, वाटर वे से लेकर एयरवे को डेवलप किया है ताकि पूरे पूर्वोत्तर की कनेक्टिविटी तेज हो और इसका तेज विकास हो सके।

इस मौके पर असम प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास, नेडा के संयोजक डॉ हिमंत विश्वशर्मा, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव दिलीप सैकिया, असम प्रदेश चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, असम प्रदेश बीजेपी के प्रभारी वैजयंत जय पांडा, सह प्रभारी केके शर्मा, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, बिहार सरकार के मंत्री व बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन, बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नारायण बरटकटी के साथ ही काफी संख्या में बीजेपी के वरिष्ठ पदाधिकारी व नेता मौजूद थे।