ममता बनर्जी को याद कर छलका बीजेपी नेता का दर्द, अपनी गलती के लिए मांगी माफ़ी

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से चार बार विधायक रहीं और ममता बनर्जी की करीबी रही सोनाली गुहा ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने पर पार्टी का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गई थी। अब चुनाव परिणामों के बाद सोनाली गुहा ने शनिवार को पत्र लिखकर ममता बनर्जी से पार्टी छोड़ने को लेकर माफी मांगी है और साथ ही पार्टी में फिर से वापस शामिल करने की अपील की है।

सोनाली गुहा द्वारा ट्वीटर पर शेयर किए गए लेटर में कहा कि, मैंने इमोशनल होकर पार्टी छोड़ दी थी। उन्होंने लिखा कि, मैं टूटे दिल से यह लिख रही हूं कि मैंने भावुक होकर दूसरी पार्टी में शामिल होने का गलत फैसला लिया। मैं वहां अभ्यस्त नहीं हो सकी। जिस तरह एक मछली पानी से बाहर नहीं रह सकती, मैं तुम्हारे बिना नहीं रह पाऊँगी, दीदी। मैं आपसे क्षमा चाहती हूँ और यदि आपने मुझे क्षमा नहीं किया, तो मैं जीवित नहीं रह पाऊँगी। कृपया मुझे वापस आने की अनुमति दें और अपना शेष जीवन आपके स्नेह में व्यतीत करूं।

चार बार की विधायक और कभी मुख्यमंत्री की “छाया” मानी जाने वाली सोनाली गुहा विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होने वाले टीएमसी नेताओं में से एक थीं। गुहा ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने पर भाजपा का दामन थाम लिया था। पार्टी द्वारा टिकट काटे जाने पर सोनाली टीवी पर रोईं थी। उन्होंने कहा था कि, मेरी उपयोगिता टीएमसी में खत्म हो गई हो। उससे एक रात पहले मैं दीदी के फोन का इंतजार करती रही, मग उन्होंने एक बार भी मुझसे बात नहीं की।

अब अपने फैसले को लेकर सोनाली गुहा ने कहा कि, मुझे भाजपा में “अवांछित” महसूस हुआ। बीजेपी में शामिल होने का मेरा फैसला गलत था और मुझे आज यह महसूस हो रहा है। मैंने बीजेपी को उस पार्टी को छोड़ने के बारे में बताने की जहमत नहीं उठाई। मुझे वहां हमेशा अवांछित महसूस हुआ। उन्होंने मेरा इस्तेमाल करने की कोशिश की और मुझसे ममता-दी को बदनाम करने के लिए कहा। मैं ऐसा नहीं कर सकती थी। राज्य विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर सुश्री गुहा ने कहा कि वह टीएमसी में फिर से शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री से मिलने को तैयार हैं।

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गुहा ने कहा कि, मैं व्यक्तिगत रूप से दीदी से मिलने की कोशिश करूंगी लेकिन वह मुख्यमंत्री हैं और जरूर व्यस्त होंगी। आप यह उम्मीद नहीं कर सकते कि जब भी आप मिलने का समय मांगेंगे तो वह आपको समय देंगी। मैं अगले हफ्ते उस दिन उनके आवास पर जाऊंगी, जब उनके भाई, जिनका हाल ही में निधन हो गया, का अंतिम संस्कार किया जाएगा और उनसे बात करने की कोशिश की जाएगी।