लखनऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि भाजपा “विकसित भारत” का झूठा सपना दिखाकर गरीबों, किसानों और बेरोजगारों को ठग रही है।उन्होंने कहा, सोने का भाव 1 लाख के पार चला गया है। गरीब अपनी बेटी की शादी में एक जोड़ा कपड़ा नहीं दे पा रहा। क्या यही है भाजपा का विकसित भारत है?
अखिलेश ने कुंभ मेले में मौतों की संख्या छिपाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार पहले 37 मौतें बता रही थी, लेकिन अब असली आंकड़ा 82 के पास पहुंच गया है। उन्होंने पूछा कि सरकार ने मुआवजा न देना पड़े, इसलिए आंकड़े छिपाए। घर-घर जाकर कैश बांटा गया । आखिर ये पैसा कहां से आया, किसने दिया, और किसके आदेश पर दिया गया?
वोटर लिस्ट में धांधली का आरोप
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने चुनाव में फर्जीवाड़ा करने के लिए हर बूथ पर नकली वोटर जोड़े हैं। समाजवादी पार्टी इन फर्जीवाड़ों को उजागर करने के लिए गांव-गांव जाकर वोटर लिस्ट सुधार अभियान चलाएगी।उन्होंने कहा कि हम संगठन के लोगों के सुझाव पर अमल करेंगे और हर मोहल्ले में जाकर वोटर लिस्ट को दुरुस्त करेंगे। भाजपा लोकतंत्र को कमजोर करने का काम कर रही है ।
बेरोजगारी और उद्योगों पर सरकार को घेरा
अखिलेश ने भाजपा की आर्थिक नीतियों को बेरोजगारी का मुख्य कारण बताते हुए कहा कि अगर सही तरीके से काम होता तो करोड़ों लोगों को रोजगार मिल सकता था। उन्होंने कहा कि जब तक बिजली सस्ती नहीं होगी, तब तक उत्तर प्रदेश में कोई उद्योग नहीं आएगा। सरकार बस उद्घाटन करती है, असल में कोई नया बिजली कारखाना चालू नहीं हुआ।
स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था पर सवाल
स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल कॉलेजों की स्थिति पर चिंता जताते हुए अखिलेश ने कहा कि एमबीबीएस छात्रों को फेल करने के निर्देश दिए जा रहे हैं, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि हर विभाग की स्थिति चिंताजनक है। पानी की टंकी का हाल यह है कि पानी तो निकल रहा है, पर वह खुद अगले महीने गिरने वाली है।
उत्तराखंड भर्ती और आईएएस अफसर लापता
उत्तराखंड में हुई विवादित भर्ती और एक आईएएस अफसर के लापता होने की खबर पर भी अखिलेश ने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, अगर ये सब पारदर्शी होता तो एक सलाहकार को इस्तीफा नहीं देना पड़ता। आखिर खजाना कौन लूट गया और किसे बचाया जा रहा है?
मेलों और सांस्कृतिक आयोजनों पर रोक को लेकर नाराजगी
बहराइच के मेले पर टिप्पणी करते हुए अखिलेश ने भाजपा पर सामाजिक सद्भाव को तोड़ने का आरोप लगाया। *”मेला गरीबों के मिलने का स्थान है, वहां कारोबार होता है, लोग खुशियां बांटते हैं। भाजपा नफरत फैलाकर मेलों को रोक रही है,”* उन्होंने कहा।