लोकआस्था के महापर्व छठ पर छठव्रतियों और श्रद्धालुओं ने गुरुवार को उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। इसके साथ ही चार दिनों तक चलने वाला सूर्योपासना का पर्व छठ संपन्न हो गया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सरकारी आवास पर छठ की पूजा की। वहां उनके स्वजन छठ कर रहे हैं। भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने पत्नी के साथ भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया।गया में कोरोना की समाप्ति को लेकर भगवान भास्कर से प्रार्थना छठ व्रतियों ने की।

दरभंगा-मधुबनी में श्रद्धालु छठ माता के गीतों को गाते हुए कमला-बाघमती नदी के घाटों पर पहुंचे। इस दौरान शहर के एकमी घाट और मधुबनी जिले के बररी गांव के आंनद सागर तालाब पर श्रद्धालु रामाशंकर मिश्र, केशव कुमार ,मिथलेश देवी ने बताया कि परिवार की सुख, शांति व स्वास्थ्य की कामना को लेकर छठ पूजा कर रहे हैं। साथ ही भगवान भास्कर और छठी माता से प्रार्थना कर रहे हैं।
पटना के घाटों पर भी भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए अहले सुबह से ही लोगों की भीड़ छठ घाटों पर जुटनी शुरू हो गई थी। वहीं, कई घाटों पर रात में भी व्रती रुके रहें।छठ घाट पर रंग-बिरंगे बल्बों से आकर्षक सजावट के साथ रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे। उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही यह महापर्व संपन्न हो गया। इसके बाद व्रतियों ने अपने घरों में पारण किया।
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इससे पहले बुधवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए विभिन्न घाटों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा था। छठ व्रती और उनके परिजनों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया और सुबह के इंतजार के साथ अपने घर वापस लौट गए थे।बुधवार को सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करने के बाद देर शाम सभी छठव्रती घर लौट गए। जबकि कुछ व्रती, जिन्होंने मन्नत मांगी थी, उन्होंने घाट पर ही रात बिताई।
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