त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था के चुनाव में पिछले चार चरण की तरह रविवार को चल रहे पांचवें चरण के मतदान में भी मतदाताओं ने गजब का उत्साह दिखाया है। अपने गांव की अपनी सरकार चुनने के लिए सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के समय से पहले ही जिले के 301 मतदान केंद्रों में से अधिकतर पर लोगों की भीड़ जुट गई थी। सभी लोग कोई भी काम करने से पहले अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाह रहे थे। इतना ही नहीं इस चरण में भी महिलाओं ने सबसे पहले मतदान के कार्य को प्राथमिकता दिया। खाना बनाने से पहले वे मतदान केंद्रों की ओर चल पड़ी। मतदाताओं की खामोशी और महिला मतदाताओं की अधिकतम भागीदारी से प्रत्याशियों में खलबली मची हुई है। बेगूसराय में पिछले चार चरणों के चुनाव में मतदाताओं और खासकर महिलाओं ने पर्व एवं बारिश के बावजूद मतदान कर जिस तरह से निवर्तमान जनप्रतिनिधियों को नकार दिया, वैसी ही स्थिति रहने के कारण माहौल बदला-बदला सा दिख रहा है। मतदान केंद्र के अंदर तक पहुंचते-पहचते मतदाताओं के मूड बदल जा रहे हैं।
चेरिया बरियारपुर और बखरी प्रखंड में रविवार को चल रहे मतदान प्रक्रिया के बीच लोग कहते हैं कि मुखिया से लेकर वार्ड सदस्यों ने जिस तरह से शौचालय तक का पैसा खाने का काम किया। नल जल योजना को करोड़पति बनने के साथ ही मनरेगा को अपनी मर्जी का करेगा बनाया जाना, सबको लेकर डूब रहा है। चेरिया बरियारपुर के प्रखंड क्षेत्र स्थित जयमंगलागढ़ महादलित बस्ती की मतदाता सुदामा देवी हो या नरेश सदा, पवड़ा में विनोद कुमार हो शंभू कुमार, बखरी प्रखंड के मध्य विद्यालय घाघरा मतदान केंद्र पर राधे महतों हो या चकहमीद में मोहम्मद शुभान, सब के सब अपने गांव की सच्ची सरकार चुनने के लिए लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व में लाइन लगाए हुए हैं।
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मतदाताओं के मूड की माने तो हर जगह बदलाव की बयार बह रही है, हम भी हवा की उसी दिशा के साथ हैं। बागबान के रामप्रवेश सदा का कहना है कि हम लोग पर्व के कारण घर आने वाले थे। संयोग से एक प्रत्याशी ने जल्दी आने का दबाव बनाया, ट्रेन में रिजर्वेशन का ही नहीं रास्ते के खाने का और पॉकेट खर्च भी दिया गया लेकिन यहां आकर स्थिति बदली हुई है, लगता है कि बेचारे प्रत्याशी द्वारा किया गया खर्च बेकार जाएगा। फिलहाल पूरे जोश-खरोश के साथ बेगूसराय जिला के सभी 301 मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शुरू हो चुका है। छिटपुट जगहों पर बायोमैट्रिक सिस्टम एवं ईवीएम में गड़बड़ी आई, लेकिन तुरंत ही उसे ठीक और रिप्लेस कर मतदान शुरू करवा दिया गया है। डीएम एवं एसपी के अलावा जिला एवं पुलिस प्रशासन के सभी पदाधिकारी, जोनल मजिस्ट्रेट, सुपर जोनल मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमणशील हैं। प्रखंड एवं जिला स्तरीय कंट्रोल रूम द्वारा पल-पल की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। प्रत्याशी मतदान केंद्र पहुंचने तक मतदाताओं को अपने पक्ष में करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इस पांचवें चरण के चुनाव में जनता ने क्या निर्णय लिया है, इसका खुलासा 26 अक्टूबर को होने वाले मतगणना में ही चलेगा।