पश्चिम बंगाल के चुनावी रण में पहुंचे यूपी के मुख्यमंत्री ने बहरामपुर, बीरभूम और आसनसोल में की जनसभा
मुर्शिदाबाद, बीरभूम, आसनसोल । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव प्रचार करने उतरे। उन्होंने यहां बहरामपुर, बीरभूम, आसनसोल सीट के मतदाताओं से कमल खिलाने की अपील की।
योगी आदित्यनाथ ने एक तरफ जहां ममता दीदी के कार्यकाल में बंगाल की दुर्दशा का मुद्दा उठाया तो कांग्रेस पर भी खूब बरसे। उन्होंने रामनवमी पर उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के आयोजनों का फर्क बताते हुए पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था को धो दिया।
बोले- बंगाल अब सोनार बांग्ला नहीं रहा, सोनार बांग्ला के लिए हमें मोदी के नेतृत्व में वोट देना है
उन्होंने यहां तक कह दिया कि यदि यह दंगाई अगर उत्तर प्रदेश में अत्याचार करते तो उन्हें उल्टा लटकाकर ठीक कर देता। ऐसा हाल करता कि सात पीढ़ियां भूल जातीं कि दंगा कैसे होता है। आसनसोल में सीएम योगी ने कहा कि बंगाल को भी यूपी जैसा मॉडल चाहिए।
जैसी अयोध्या लगती है, वैसे ही बंगाल को बनाना है। सीएम ने मतदाताओं से अपील की कि डरिए मत, मतदान केंद्र तक जाइए और वोट दीजिए।
घुसपैठिए को बंगाल में घुसाकर साजिश के तहत हिंदुओं संख्या को कम करने का हो रहा प्रयास
मुर्शिदाबाद जिले में बहरामपुर लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी डॉ. निर्मल कुमार साहा के पक्ष में योगी आदित्यनाथ ने पहली रैली की।सीएम योगी ने कहा कि जो बंगाल भारत की सभ्यता व संस्कृति को नई दिशा देता था, जिस बंगाल ने भारत के संस्कारों को आगे बढ़ाने में महती भूमिका का निर्वहन किया था। जिसने कभी भारत को नवजागरण का मार्ग दिखाया था। वह बंगाल आज लहुलूहान, दिशाहीन क्यों है।
जनता नहीं, अपराधियों के साथ है ममता दीदी की ममताः योगी
जिस बंगाल ने कभी देश को राष्ट्रगीत-राष्ट्रगान दिया था, उस बंगाल से आज रोने और कराहने की चित्कार उठ रही है। सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस बंगाल में दो प्रकार की साजिश कर रहे हैं।पहला-आपके डेमोग्राफी को कम करने की कुत्सित चेष्टा की जा रही है। घुसपैठिए को बंगाल में घुसाकर सुनियोजित साजिश के तहत आपकी संख्या को कम करने का प्रयास हो रहा है। दूसरा- कांग्रेस व तृणमूल कांग्रेस का गठबंधन दिल्ली में मिलकर साजिश करना चाहता है।
बोले- लूट, अराजकता, भ्रष्टाचार में कांग्रेस, तृणमूल व कम्युनिस्ट एक हैं, इनके लूटने के तरीके भर अलग हैं
योगी आदित्यनाथ ने बीरभूम से भाजपा उम्मीदवार देबतनु भट्टाचार्य के पक्ष में कहा कि बंगाल में रामनवमी पर दंगे होते हैं। शोभा यात्रा के दौरान तोड़फोड़ की जाती है। यही हाल कभी उत्तर प्रदेश में भी था, लेकिन सात वर्षों के अंदर वहां एक भी कर्फ्यू-दंगा नहीं हुआ। पूरे उत्तर प्रदेश में धूमधाम से रामनवमी मनायी जाती है।
सोनार बांग्ला की कल्पना को कांग्रेस, कम्युनिस्ट और तृणमूल ने लहुलूहान कर दिया
हजारों शोभायात्राएं निकलती हैं। 50 हजार स्थानों पर दुर्गा पूजा होती है, लेकिन कहीं भी दंगा नहीं हुआ। आज कहा जाता है कि नो कर्फ्यू-नो दंगा, यूपी में सब चंगा।वहीं आज बंगाल की स्थिति देखकर काफी अफसोस होता है। मैं ही नहीं, जिन महान क्रांतिकारियों ने भारत की आजादी के लिए बंगाल से शंखनाद किया था, उनकी आत्मा भी दुखी होती होगी, क्योंकि उन्होंने जिस ‘सोनार बांग्ला’ की कल्पना की थी, उसे कांग्रेस, कम्युनिस्ट और तृणमूल कांग्रेस ने लहूलुहान कर दिया है।
मतदाताओं से अपील, डरने की आवश्यकता नहीं- मतदान स्थल तक जाइए और वोट दीजिए
सत्ता परस्त भ्रष्टाचारी और माफिया यहां की जनता के लहू को चूसने का काम कर रहे हैं। बंगाल अब सोनार बांग्ला नहीं रहा। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इससे बंगाल भी आत्मनिर्भर होगा।
आसनसोल में सीएम योगी ने कहा कि आज बंगाल में जयश्रीराम बोलने पर प्रतिबंध लगाया जाता है। जयश्रीराम कहने पर गोली चलाई जाती है। सरकार की ओऱ से झूठे मुकदमे दर्ज किए जाते हैं।
जनता नहीं, अपराधियों के साथ है ममता दीदी की ममता
पूरे देश को संस्कृति, कला व संस्कारों की सीख देने वाली बंगाल की भूमि में आज संदेशखाली की घटना होती है और तृणमूल सरकार अपराधी को बचाने का कार्य करती है।
ममता दीदी की ममता जनता नहीं, बल्कि अपराधियों के साथ है। बंगाल की परिस्थितियों से हर भारतवासी चिंतित है। सीएम ने सुरक्षित व समृद्धि बंगाल की वकालत की।
उन्होंने कहा कि बंगाल को भी यूपी जैसा मॉडल चाहिए। जब कोठारी बंधू बलिदान हुए थे तो अंतिम समय भी उन्होंने नारा लगाया कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। अयोध्या की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि तब और अब की अयोध्या में काफी अंतर आ गया है। जैसी अयोध्या लगती है, वैसे ही बंगाल को बनाना है।
सीएम ने कहा कि जिन कारणों से 1947 में मजहब के आधार पर देश का विभाजन हुआ था। बंगाल के अंदर कांग्रेस व तृणमूल के लोग फिर से उसी परिस्थिति को पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं। बीरभूमि में सात में से तीन असेंबली की डेमोग्राफी बदल गई है। ममता दीदी आसनसोल की जनता को पानी के लिए तरसा रही हैं।