ओवैसी के यूपी आने से पहले बीजेपी ने छेड़ी नई सियासी जंग, संभल की धरती बनी वजह

उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी एक बार फिर यूपी के दौरे पर आ रहे हैं। संभल जिले में उनके स्वागत की जोरों शोरों से तैयारी चल रही है। हालांकि, यह तैयारियां अब विवादों में घिरती नजर आ रही है। इसकी वजह ओवैसी के वे पोस्टर्स हैं, जो उनके स्वागत में जिले में लगाए गए हैं। इन पोस्टर्स में संभल को गाजियों की धरती बताया गया है, जिसका जमकर विरोध किया जा रहा है। आको बता दें कि गाजियों की वीर धरती का मतलब इस्लाम के वीर योद्धाओं की धरती है।

ओवैसी के स्वागत में लगे पोस्टर्स पर बीजेपी का हमला

दरअसल, संभल जिले में बुधवार को ओवैसी एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। उनके स्वागत में कई पोस्टर्स लगाए गए हैं। इन पोस्टर्स में संभल को गाजियों की धरती बताई गई है, जिसे लेकर बीजेपी ने कड़ा ऐतराज जताया है। बहरहाल बीजेपी के ऐतराज के बाद इन पोस्टर्स को हटा दिया गया है।

बीजेपी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंघल ने इन पोस्टरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि संभल कभी गाजियों की धरती नहीं रहा। यह ओवैसी का चुनावी स्टंट है। हम उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे। हिन्दुस्तान का कोई भी शहर गाजियों का नहीं रहा है और ना ही हम होने देंगे।

राजेश सिंघल ने कहा कि संभल एक पौराणिक शहर है। पुराणों में संभल को लेकर कल्कि अवतार का उल्लेख है लेकिन अगर कुरान में संभल को गाजियों की धरती बताया गया हो तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।

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गौरतलब है कि ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम पहली बार उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव मैदान में उतरने जा रही है। पार्टी ने राज्य की 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इसके लिये पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी खासे सक्रिय हैं और प्रदेश में जगह-जगह जनसभाएं कर रहे हैं।