केरल से आई महिला से बागेश्वर बाबा ने पूछी ये बात, बोले- ‘मेरे बयान भड़काऊ नहीं हिन्दुओं के लिए जगाऊ होते’!

मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमंत कथा सागर में आयोजित की गई है. कथा जिले की सुरखी विधानसभा के जैसीनगर में हो रही है. 22 मई को कथा का समापन है. इस कथा में 21 मई को उस वक्त अजीबो-गरीब वाक्या हुआ, जब केरल की एक महिला की पर्चा निकल आया. मंच पर आते ही जब पंडित धीरेंद्र ने उससे पूछा कि कहां से आई हो, तो उसने कहा केरल से. केरल सुनते ही पंडित शास्त्री ने उससे सवाल किया कि क्या द केरल स्टोरी सही है. इस पर महिला ने जवाब दिया कि फिल्म में कुछ घटनाएं सत्य हैं और कुछ को एडिट करके लिया गया है.

केरल की महिला ने बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को बताया कि वह उनके यूट्यूब पर वीडियो देखती है. चूंकि, केरल में कथा नहीं होती, इसलिए वह उन्हें सुनने यहां चली आई. इस वाकये के बाद पंडित धीरेंद्र ने द केरला स्टोरी फिल्म को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने फिल्म का समर्थन किया और कहा कि यह फिल्म सत्य घटनाओं पर आधारित है. फिल्म में जो भी दिखाया गया है वह वर्तमान में देश में हो रहा है. उन्होंने कहा कि अक्सर मेरे बयानों को भड़काऊ बयान कहा जाता है, जब्कि मेरे बयान हिंदुओं को जगाने के लिए होते हैं. वे भड़काऊ नहीं जगाऊ होते हैं.

युवक के सवाल का दिया था ये जवाब

इस महिला से पहले भी सागर के ही एक युवक ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री से द केरला स्टोरी को लेकर सवाल किया था. उसके जवाब में भी पंडित शास्त्री ने फिल्म का समर्थन किया था और कहा था कि द केरला स्टोरी सच्ची घटनाओं पर आधारित है. उन्होंने यह भी कहा कि देश में इस वक्त भी यही चल रहा है. लोग खासकर हिंदू इस बात को इसलिए नहीं समझ पा रहे, क्योंकि सब सोए हुए हैं.

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हिंदुओं का जागना होगा- धीरेंद्र

बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि इन घटनाओं पर रोक तभी लग सकती है, जब हम हिंदुओं को ये नहीं बताएंगे कि हिंदू क्या है, जब तक हम उसे सनातन की शिक्षा नहीं देंगे. जब तक जागेंगे नहीं, ये घटनाएं होती रहेंगी और इस पर फिल्में बनती रहेंगी. उन्होंने कहा कि खासकर हमारी बहनों को इसे लेकर जागरूक होना चाहिए. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि दूसरे धर्म या पंथ पर व्यक्ति को भरोसा कम करना चाहिए. क्योंकि, दूसरे धर्म का विचार करने से अच्छा है अपने धर्म में मरना.