अयोध्या : राम नगरी में निकाली गई तिरंगा यात्रा, लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया

स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव के तत्वधान में शिवदयाल जायसवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज तुलसीनगर में शुक्रवार को भव्य-तिरंगा यात्रा निकाली गई।

यात्रा को विद्यालय के प्रबंधक डॉ. अनिल कुमार मिश्र, महानगर प्रचारक अनिल कुमार तथा विद्यालय के प्रधानाचार्य अवनि कुमार शुक्ल ने झंडी दिखाकर रवाना किया। तिरंगा यात्रा सब्जी मंडी होते हुए पोस्ट ऑफिस तिराहा से आगे बढ़ते हुए श्रृंगार हाट बैरियर से राज सदन होते हुए नया घाट रामप्रस्थ होटल(राम पैड़ी) पहुंची। तिरंगा यात्रा का बीच-बीच में नगर वासियों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।

भारतमाता की जय! वंदे मातरम!! के जयकारों से पूरा शहर गुंजायमान हो उठा। विभिन्न झाकियां (अशफाक उल्ला खां, मंगल पांडे,वीर सावरकर,सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, महारानी लक्ष्मीबाई, झलकारी बाई, तात्या टोपे डॉक्टर हेडगेवार)के स्वरूपों में सजी हुई जब कार्यक्रम स्थल पर पहुंची तो उपस्थित जन समुदाय का उत्साह देखते ही बन रहा था।

कार्यक्रम स्थल पर सर्वप्रथम भारत माता के चित्र के समक्ष कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. विक्रमा प्रसाद पांडेय, मुख्य अतिथि अमृत महोत्सव समिति अयोध्या संयोजक महंत गिरीश पति त्रिपाठी मुख्य अतिथि

गंगा सिंह मार्ग प्रमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, महानगर प्रचारक अनिल कुमार ने स्वस्तिवाचन के साथ दीप प्रज्वलन,पुष्पार्चन कर कार्यक्रम को प्रारंभ किया।

अमृत महोत्सव कार्यक्रम की भूमिका रखते हुए महंत गिरीश पत्र पार्टी ने कहा कि देश की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। 15 अगस्त 2022 को देश की आजादी के 75 साल पूरे होने जा रहे हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए 75 वीं वर्षगांठ से 1 साल पहले यानी 15 अगस्त 2021 से इन कार्यक्रमों की विधिवत शुरुआत पूरे देश में हो चुकी है। इसी को लेकर यह तिरंगा यात्रा आयोजित की जा रही है।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता गंगा सिंह ने कहा कि भारत कभी पूर्ण रूप से गुलाम नहीं हुआ। भारत के अंदर सर्वत्र अटक से लेकर कटक कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक वन से लेकर उपवन तक तथा नगर से लेकर ग्राम तक स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए संघर्ष हुआ।

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के विशाल गौरव गाथा है। यह आंदोलन 1857 से 1947 तक ही नहीं बल्कि 1498 से 1947 तक की लंबी यात्रा है। हम आंशिक पराजित हुए होंगे। किंतु कभी भी परास्त नहीं हुए। हमारा देश गौरवशाली रहा है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महानगर संघचालक प्रोफेसर विक्रमा प्रसाद पांडे ने कहा कि हमें सच से दूर किया गया। ‘स्व’ के अभाव में हम गुलाम हुए अब ‘स्व’ के प्रति जागरण ही इस अमृत महोत्सव का लक्ष्य है।

कार्यक्रम के समापन से पूर्व भारतमाता की आरती तथा वंदे मातरम का गान हुआ।कार्यक्रम समापन से पूर्व उपस्थित जन समुदाय ने 8 दिसंबर को हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत उनकी धर्मपत्नी तथा अन्य जवानों के प्रति 2 मिनट का मौन रखकर के उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया। कार्यक्रम का संचालन शिवदयाल जायसवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज तुलसीनगर अयोध्या के प्रधानाचार्य अवनि कुमार शुक्ला ने किया।

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इस अवसर पर प्रमुख रूप से सह-महानगर कार्यवाह सूरज,भारतीय शिक्षण मंडल के डॉ दिलीप सिंह, द्वारिका, अभय, ओमप्रकाश रामबहादुर सिंह, अंजनी श्रीवास्तव,अमित, चंद्रशेखर, रामउजागर,लल्ला सिंह,रामजी मिश्रा ऋषभ बाजपेई, अनामिका मिश्रा, ज्योति तिवारी,उर्मिला शुक्ला, सीमा पांडे, मुकेश तिवारी, परमात्मादीन, अरविंद कुमार पांडे, घनश्याम सिंह तथा विनीत मिश्रा सहित हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।