लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों के कई सदस्यों ने रविवार को अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला के दर्शन किये।विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह और दोनों उपमुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य तथा बृजेश पाठक समेत राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों के कई सदस्य रामलला के दर्शन करने के लिए रविवार की सुबह नौ बजे राजधानी लखनऊ से अयोध्या के लिए रवाना हुए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराष्ट्र दौरे पर होने के कारण सीधे वहां से अयोध्या पहुंचे थे। योगी के साथ ही वहां पहुंचे विधानमंडल के सदस्यों ने रामलला के दर्शन किये।एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दोनों सदनों के सदस्य हनुमानगढ़ी नहीं जाएंगे।प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद ने पत्रकारों को बताया कि राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों के सदस्य विधानसभा अध्यक्ष, विधान परिषद के सभापति समेत सभी मंत्री और विधायक 10 बस से अयोध्या आए हैं।सपा के नेताओं को छोड़कर ज्यादातर विधायकों ने अयोध्या जाने पर सहमति दी थी।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने स्पष्ट रूप से सपा का जिक्र करते हुए कहा था, ‘‘उत्तर प्रदेश विधानमंडल के दोनों सदनों के सदस्य अयोध्या रवाना हो गए हैं। यदि कोई नहीं जा रहा है, तो वह ‘समाप्तवादी पार्टी’ है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने नवनिर्मित मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए दोनों सदनों के सदस्यों को अयोध्या जाने के लिए आमंत्रित किया था।सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यह निमंत्रण अस्वीकार कर दिया था।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, ‘अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद हमने (सभी विधायकों) भगवान राम के ‘दर्शन’ करने का फैसला किया था। पूरी दुनिया इस बारे में बात कर रही है।’अयोध्या के लिए विधायकों को ले जाने के लिए बस लोक भवन (मुख्यमंत्री कार्यालय) के सामने खड़ी थीं। विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह भी परिषद के सदस्यों के साथ बस से रवाना हुए। अध्यक्ष और सभापति के साथ बस में उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक तथा कई नेताओं के अलावा राज्य सरकार के कई मंत्री भी सवार थे।
अयोध्या रवाना होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष महाना ने पत्रकारों से कहा, ‘देखिए ये आस्था का मामला है। किसी को भी भगवान के दरबार में आने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। यदि कोई व्यक्ति विभिन्न कारणों से नहीं आया है तो यह उनका विषय है। कल नेता प्रतिपक्ष (अखिलेश यादव) ने विधानसभा में कहा था कि अध्यक्ष महोदय, आप बुलाएंगे तो भी मैं नहीं आऊंगा। लेकिन, मैंने उनसे कहा था कि जब आप अयोध्या जाएंगे तो, मुझे भी अपने साथ लेकर चलना।
महाना ने कहा, ”जब मैंने सदन के अंदर गिनती की थी तो सारा मीडिया भी वहां मौजूद था तब सपा के 14 विधायकों को छोड़कर सभी सदस्य अयोध्या जाना चाहते थे लेकिन पार्टी के फैसले के कारण नहीं जा पा रहे हैं। पार्टी का निर्णय है तो उन्हें इसे मानना चाहिए, जाना न जाना उनका अधिकार है।राष्ट्रीय लोकदल के विधायक दल के नेता राजपाल सिंह बालियान, बहुजन समाज पार्टी के विधायक उमाशंकर सिंह, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के नेता रघुराज प्रताप सिंह, कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना, भाजपा और उसके सहयोगी दलों के विधायक अयोध्या के लिए रवाना हुए। ‘जय श्री राम’ के नारों की गूंज के बीच यह यात्रा शुरू हुई थी।
बसपा विधायक दल के नेता उमाशंकर सिंह ने कहा था, ”हम सभी दलों (सपा को छोड़कर) के नेता एक बस में सवार हैं। हम पहले भी अयोध्या जाकर दर्शन पूजन करते रहे हैं, लेकिन यह एक अलग अनुभव होने वाला है।उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘हमारी एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी (बसपा) है। हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। आज, अध्यक्ष के निर्देश पर, हम (अयोध्या) जा रहे हैं। कल यदि दुनिया की सबसे अच्छी मस्जिद वहीं बनेगी तो हम वहां भी जाएंगे। लेकिन, इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक आशीष सिंह आशू ने कहा था, ‘‘हम सभी लोग विधानसभा अध्यक्ष महाना के साथ अपने आराध्य प्रभु श्रीराम का दर्शन करने जा रहे हैं। यह यात्रा जीवन भर यादगार रहेगी।जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के विधायक रघुराज प्रताप सिंह ने कहा, ‘यहां हर चेहरे पर खुशी देखिए। यह न केवल मेरे लिए, बल्कि सभी विधायकों के लिए बहुत बड़ा सम्मान है।’
भाजपा के सहयोगी दल निषाद पार्टी के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के मत्स्य मंत्री संजय निषाद ने कहा कि राज्य के दोनों सदनों के सदस्य, सत्ता पक्ष के सदस्य और विपक्ष के सदस्य अयोध्या जा रहे हैं। इससे पहले राज्य सरकार ने एक बयान में कहा था कि योगी आदित्यनाथ सीधे अयोध्या हवाई अड्डे पहुंचेंगे और इसके बाद वह रामलला के दर्शन के लिए अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ मंदिर जाएंगे।