लखनऊ। अटेवा पेंशन बचाओ मंच के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने कहा कि बजट से देश के सरकारी कर्मचारियों में हताशा है क्योंकि इस बजट में सबसे ज़्यादा टैक्स जनता पर लगाया गया है। चाहे वह सेस के रूप में डीज़ल या पेट्रोल पर हो या फिर सरकारी कर्मचारी पर सेस हो। उन्होंने कहा कि 2021 का बजट सरकरी कर्मचारियो के लिए निराशा जनक है क्योंकि जहां वह टैक्स स्लेब मे छूट की उम्मीद कर रहा था वह तो हुआ नही अपितु महगाई की मार अलग से पड़ेगी ।
कर्मचारियों के लिए बजट रहा पूर्णतया निराशाजनक, मार्च में की आंदोलन की घोषणा

स्वास्थ्य सेक्टर का बजट तो बढ़ाया, पर पैसे की व्यवस्था कैसे होगी इसका जिक्र नहीं
अटेवा पेंशन बचाओ मंच ने कहा- बजट से देश के सरकारी कर्मचारियों में हताशा: डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि भारत सरकार द्वारा सरकारी कंपनियों को बंद करने की सरकारी नीति बनाए जाने से देश के नौजवानों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो जाएगा। सरकार निजीकरण को लगातार बढ़ावा दे रही है। सरकारी कर्मचारी को टैक्स में कोई छूट न मिलने से सर्वाधिक निराशा हुई है क्योंकि सरकारी कर्मचारी ही सरकार को नियमित टैक्स देता है।

अटेवा पेंशन बचाओ मंच ने कहा- बजट से देश के सरकारी कर्मचारियों में हताशा: डॉ. नीरजपति त्रिपाठी ने कहा कि मध्यम वर्ग के लिए यह बजट अच्छा नहीं रहा इसमें राहत किसी प्रकार की नहीं दी गई है। हमेशा मध्यम वर्ग ही पिसता है।

अटेवा पेंशन बचाओ मंच ने कहा- बजट से देश के सरकारी कर्मचारियों में हताशा: रविन्द्र वर्मा ने कहा कि इनकम टैक्स के सेक्शन 80EA के तहत अब छूट की सीमा 31 मार्च 2022 तक किए जाने से सरकारी कर्मचारी व आम आदमी अब लोन लेने में हिचकिचायेगा क्योंकि वह रिबेट मिलने के कारण ही लोन लेता था और जो लोन वह ले चुका है उस पर आने वाले समय में छूट ना मिलने से उस पर आर्थिक भार आएगा।

 Sarkari Manthan Hindi News Portal & Magazine
Sarkari Manthan Hindi News Portal & Magazine
				 
			 
		 
						
					 
						
					