द केरल स्टोरी का विरोध करने वालों पर बरसे अनुराग ठाकुर, कहा- फिल्म के आलोचक कर रहे PFI, आतंकवाद का समर्थन

बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हुई फिल्म द केरल स्टोरी की इन दिनों हर तरफ चर्चा हो रही है। फिल्म अपनी धमाकेदार कहानी के कारण लागतार बॉक्स ऑफिस पर कमाई कर रही है। फिल्म का जब से टीजर जारी हुआ है फिल्म तभी से लगातार चर्चा में बनी हुई है। फिल्म को बैन करने की मांग भी उठाई गई है। हालांकि फिल्म को बैन नहीं किया गया है। फिल्म पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में भी गुहार लगाई गई थी मगर कोर्ट ने इससे इंकार कर दिया था।

इसी बीच केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुग्राम में रविवार को फिल्म द केरल स्टोरी के समर्थन में बयान दिया है। उन्होंने फिल्म का विरोध करने वालों को आड़े हाथों लिया है और कहा कि ये सिर्फ एक फिल्म नहीं है। वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जो अपने धर्म में बच्चियों को बहला-फुसलाकर आतंकवाद के रास्ते ले जाना चाहते हैं, उनका चेहरा केरल स्टोरी में बेनकाब हुआ है। कुछ राजनीतिक दल इसका विरोध कर रहे हैं। अगर वे विरोध कर रहे हैं तो वो PFI, आतंकवाद, ISIS का समर्थन करते हैं।

केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि हिंदुओं और ईसाई धर्म की बेटियों को बहला फुसलाकर उन्हें अपने साथ जोड़ा जाता है ताकि आतंकवाद को बढ़वा दिया जा सके। बेटियों को आतंक के रास्ते पर जाने को मजबूर किया जाता है। वहीं अगर कोई बेटी इस काम को करने से मना करती है तो उसे गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया जाता है। उन्होंने कहा कि द केरल स्टोरी सिर्फ एक फिल्म नहीं है बल्कि ये एक मुद्दा है जो समाज में फैला हुआ है।

उन्होंने कहा कि लोग बच्चियों को बहला फुसला कर अपने धर्म में ले जाकर आतंक के रास्ते पर ले जाना चाहते है। फिल्म केरल स्टोरी के जरिए ऐसे लोगों की सोच और उनका चेहरा बेनकाब हुआ है। कई राजनीतिक दल समाज में फैली काली सच्चाई को उजागर करने वाली फिल्म का विरोध कर इस पर बैन लगाने की मांग कर रहे है। जो भी इस फिल्म का विरोध कर रहा है वो सीधेतौर पर पीएफआई और आतंकवाद का समर्थक है। फिल्म का समर्थन करने वाले आईएसआईएस का समर्थन करते है। अनुराग ठाकुर ने लोगों से अपील की कि वो भी इस फिल्म को देखें।

तमिलनाडु में नहीं दिखाई जाएगी ‘द केरल स्टोरी’

तमिलनाडु मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ने रविवार को घोषणा की कि उन्होंने राज्य में आज से ‘द केरल स्टोरी’ नहीं दिखाने का फैसला किया है। एसोसिएशन ने अपने इस फैसले के पीछे तमिलनाडु की कानून व्यवस्था और फिल्म के खराब प्रदर्शन का हवाला दिया है। बता दें, ‘द केरल स्टोरी’ की रिलीज के बाद से तमिलनाडु में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। नाम तमिलर काची (एनटीके) पार्टी ने शनिवार को चेन्नई में फिल्म की रिलीज के खिलाफ प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं पार्टी ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की है। इसके अलावा उन्होंने थिएटर मालिकों से फिल्म न चलाने की और लोगों से इसे नहीं देखने की अपील की।