इलाहाबाद संग्रहालय: सभी बहुमूल्य किताबें होंगी डिजिटाइज, वेबसाइट पर सभी लोग आसानी से पढ़ सकेंगे

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में बुधवार को राजभवन में इलाहाबाद संग्रहालय, प्रयागराज की कार्यकारिणी समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में राज्यपाल ने इलाहाबाद संग्रहालय की आर्ट गैलरी का ऑनलाइन उद्घाटन किया और संग्रहालय द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘प्रयागराज दैट वाज इलाहाबाद’ का विमोचन राजभवन में किया।

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वेबसाइट पर करें अपलोड

राज्यपाल ने इलाहाबाद संग्रहालय एवं भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के मध्य प्रस्तावित समझौता-पत्र 2020-21 (एमओयू) पर विस्तृत रिपोर्ट भारत सरकार को भेजने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि संग्रहालय में रखी सभी बहुमूल्य किताबों को डिजिटाइज करें और उसे वेबसाइट पर अपलोड करें ताकि सभी लोग आसानी से पढ़ सकें।

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राज्यपाल ने वार्षिक रिपोर्ट-2018-19 और 2019-2020 को भी स्वीकृति प्रदान की। बैठक को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि संग्रहालय में निर्माणाधीन ‘आजाद वीथिका’ के शेष कार्यों को शीघ्र पूरा करें और वे तीन महीने बाद स्वयं इसका निरीक्षण करने आयेंगी। उन्होंने संग्रहालय के संचालन हेतु कार्यालय मैनुअल 6 माह के अन्दर बनाने के निर्देश दिये। राज्यपाल ने केन्द्र सरकार के जीवन पोर्टल पर सभी कर्मचारियों का विवरण अपलोड करने के निर्देश दिये, जिससे पेन्शनरों को वार्षिक जीवन प्रमाण पत्र जमा करने में कोई कठिनाई न हो।

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बैठक में राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव श्री महेश कुमार गुप्ता, इलाहाबाद संग्रहालय के निदेशक सुनील गुप्ता तथा लखनऊ विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास एवं पुरातत्व विभाग के अध्यक्ष प्रो एसके जायसवाल उपस्थित थे। इसके अलावा केन्द्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव निरूपमा कोतरू, डॉ बीवी खरबड़े सहित अन्य सदस्य उमेश चटोपाध्याय, हरीश कुमार, एके सिंह, श्रीमती विभा त्रिपाठी आदि ऑनलाइन जुड़े हुए थे।