अपने तीन दिवस के गुजरात दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विभिन्न कार्यक्रमों का लोकार्पण और शिलान्यास कर रहे हैं। इन सब के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में लगभग 13 सौ करोड़ रुपए की लागत से विभिन्न स्वास्थ्य देखभाल से जुड़ी सुविधाओं के लोकार्पण और आधारशिला कार्यक्रम में हिस्सा लिया। गुजरात चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि आज गुजरात की स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए एक बहुत बड़ा दिन है। दुनिया की सबसे एडवांस्ड मेडिकल टेक्नोलॉजी से बेहतर से बेहतर सविधाएं और मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर अब अहमदाबाद और गुजरात में और ज्यादा उपलब्ध होंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब विकास की गति गुजरात जैसी होती है, तो काम और उपलब्धियां इतनी ज्यादा होती हैं कि उन्हें कई बार गिनना भी कठिन हो जाता है। हमेशा की तरह ऐसा बहुत कुछ है जो देश में पहली बार गुजरात कर रहा है। उन्होंने कहा कि 20-25 साल पहले गुजरात की व्यवस्थाओं को बहुत सारी बीमारियों ने जकड़ा हुआ था। एक बीमारी थी- स्वास्थ्य क्षेत्र में पिछड़ापन। दूसरी बीमारी थी- शिक्षा में कुव्यवस्था। तीसरी बीमारी थी- बिजली का अभाव। चौथी बीमारी थी- पानी की किल्लत। पांचवीं बीमारी थी- हर तरफ फैला हुआ कुशासन। छठी बीमारी थी- खराब कानून व्यवस्था। मोदी ने सहा कि प्रयास जब पूरे मन से हॉलिस्टिक अप्रोच के साथ किए जाते हैं तो उनके परिणाम भी उतने ही बहुआयामी होते हैं। यही गुजरात की सफलता का मंत्र है।
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पीएम मोदी ने आगे कहा कि गुजरात ने जो सिखाया, वो दिल्ली जाने के बाद मेरे बहुत काम आया। स्वास्थ्य के इसी विजन को लेकर हमने केंद्र में भी काम करना शुरू किया। इन 8 वर्षों में हमने देश के अलग-अलग हिस्सों में 22 नए एम्स दिए हैं। इसका लाभ भी गुजरात को हुआ है। उन्होंने कहा कि जब सरकार संवेदनशील होती है तो उसका सबसे बड़ा लाभ समाज के कमजोर तबके को होता है, माताओं-बहनों को होता है। मुझे विश्वास है कि अपने विकास की इस गति को गुजरात और आगे बढ़ाएगा, और ऊंचाई पर ले जाएगा। उन्होंने कहा कि आज जब बात होती है हाइटेक हॉस्पिटल्स की तो गुजरात का नाम सबसे ऊपर रहता है। शिक्षा संस्थाओं की बात हो या एक से बढ़कर एक यूनिवर्सिटी की बात हो, तो गुजरात का आज कोई मुकाबला नहीं है।
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