आखिर कौन हैं इसुदान गढ़वी, जिसे अरविंद केजरीवाल ने बनाया गुजरात में आप पार्टी का सीएम फेस

गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी  ने सीएम फेस का ऐलान कर दिया है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद के लिए इसुदान गढ़वी के नाम का ऐलान करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पार्टी राज्य में इन्ही के चेहरे पर आगे बढ़ेगी और चुनाव लड़ेगी। बता दें कि पहले दिल्ली और फिर पंजाब विधानसभा में जीत से उत्साहित केजरीवाल गुजरात में भी इस बार खाता खोलने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि, सीएम पद के लिए गोपाल इटालिया के नाम की भी चर्चा थी, मगर केजरीवाल ने इसुदान के नाम का ऐलान कर इस चर्चा को शांत कर दिया है। इसुदान के नाम के ऐलान के बाद गोपाल इटालिया कुछ निराश दिखे।

इसुदान पत्रकार से नेता बने हैं, जबकि इटालिया पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित बयान देकर सुर्खियों में आए थे। तब उनकी काफी आलोचना भी हुई थी।इटालिया गुजरात में पाटीदार समुदाय से आते हैं। पाटीदारों के लिए आरक्षण आंदोलन में उन्होंने प्रमुखता से हिस्सा  लिया था। वहीं, गढ़वी राजनीति में आने से पहले पत्रकारिता के क्षेत्र में थे। वहीं, इसुदान ने सीएम फेस बनाए जाने पर पार्टी और जनता का आभार जताया। उन्होंने कहा, मुझ पर विश्वास करने और मेरे जैसे आम आदमी को इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपने के लिए मैं पार्टी, अरविन्द केजरीवाल और गुजरात की जनता को दिल से धन्यवाद कहना चाहता हूं। मैं वचन देता हूं कि जनता का सेवक बनकर हमेशा लोक हित में काम करूंगा।

बता दें कि आप गुजरात में बीते चार-पांच महीने से सक्रिय है। बीते जून से केजरीवाल ने वहां चुनाव अभियान शुरू कर दिया था। इसके अलावा, दिल्ली और पंजाब की तरह मुफ्त वादों की झड़ी भी लगाने लगे थे। ये फॉर्मूला दिल्ली और पंजाब में सफल रहा, जिसके बाद केजरीवाल इसे गुजरात में भी लागू करना चाहते हैं।

द्वारका में जन्मे, गुजरात विद्यापीठ से की पत्रकारिता की पढ़ाई

10 जनवरी 1982 को जन्मे 40 वर्षीय इसुदान का जन्म गुजरात के द्वारका जिले में किसान परिवार में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा जामखंभालिया से हुई। इसके बाद उन्होंने कॉमर्स में स्नातक की डिग्री ली। 2005 में उन्होंने गुजरात विद्यापीठ से जर्नालिज्म किया। इस दौरान वे दूरदर्शन से जुड़कर लोकप्रिय शो योजना में काम करने लगे। वे 2015 में गुजराती चैनल के साथ जुड़ गए। उनके पिता खेराज गढ़वी आज भी खेती-किसानी कर रहे हैं। इसुदान करीब डेढ़ महीने पहले ही आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। बतौर रिपोर्टर भ्रष्टाचार से जुड़े कई मामलों का उन्होंने खुलासा किया। इन दिनों वे आम आदमी पार्टी के महासचिव और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं।

शराब पीकर महिला कार्यकर्ताओं से छेड़खानी के आरोप में जेल भी गए

पार्टी का मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनने में गढ़वी की लोकप्रियता और उनकी साफ-सुथरी छवि काम आई है। माना जा रहा है कि वे खंभालिया विधानसभा से चुनाव लड़ सकते हैं। बता दें कि इस सीट पर फिलहाल भाजपा का कब्जा हैं। मेघजी कंजारिया यहां से भाजपा विधायक हैं। अगर इसुदान यहां से चुनाव नहीं लड़ते हैं तो वे राजकोट से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। हालांकि, उनका विवादों से भी नाता रहा है। इसुदान गढ़वी पर शराब पीने का भी आरोप लग चुका हैं। वे भाजपा कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे थे। तब भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं ने उनसे छेड़खानी करने और शराब पीये हुए होने के आरोप लगाए थे। इस मामले में पुलिस कार्यवाही के बाद उन्हें जेल भी जाना पड़ा। एफएसएल की रिपोर्ट में शराब पीने की पुष्टि के बाद गढ़वी ने आरोप लगाया कि भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने रिपोर्ट बदलवा दी हैं। गुजरात में गढ़वी समाज के लोग खेती-बाड़ी और पशुपालन से जुड़े हैं। इस समुदाय के लोग गायिकी में भी मशहूर हैं। वे गुजरात की स्थानीय भाषाओं में लोकगीत प्रस्तुत करते हैं।

दो चरणों में होगी वोटिंग, 8 दिसंबर को आएगा रिजल्ट

गुजरात विधानसभा चुनाव में इस बार पहले चरण की वोटिंग प्रॉसेस के लिए गजट नोटिफिकेशन 5 नवंबर को और दूसरे चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए 10 नवंबर को जारी होगा।  पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 14 नवंबर अंतिम तारीख होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए नामाकंन प्रक्रिया की अंतिम तारीख 17 नवंबर होगी। स्क्रूटनी पहले चरण के लिए 15 नवंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए 18 नवंबर की तारीख तय है। नाम वापसी की अंतिम तारीख पहले चरण के लिए 17 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 21 नवंबर निर्धारित की गई है। राज्य में पहले चरण की वोटिंग 1 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर को होगी। वहीं, मतगणना दोनों चरणों की 8 दिसंबर को होगी और संभवत: उसी दिन देर रात तक अंतिम परिणाम जारी हो जाएंगे।