लखनऊ । नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने गुरूवार को रात 08:30 बजे विधानसभा मार्ग स्थित टोल फ्री नं0-1912 की व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की लापरवाही पर बर्दास्त नहीं की जाएगी। बरेली जनपद के आरापुरवा, फरीदपुर में तीन दिन पहले जले ट्रांसफार्मर को न बदलने की शिकायत पर मंत्री जी ने संबंधित अधिकारी से मोबाइल से वार्ता कर वास्तविकता को जाना और शीघ्र ही ट्रांसफार्मर बदलने के निर्देश दिए। मध्यांचल डिस्कॉम का 1912 काल सेंटर 120 सीट की क्षमता से कार्य कर रहा। 10 सीट अन्य डिस्कॉक से संबंधित शिकायतों के निस्तारण के लिए है, जिसे मंत्री जी ने और बढ़ाने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान ऊर्जा मंत्री को जानकारी दी गयी कि 1912 काल सेंटर में 19 जून को मध्यांचल डिस्कॉम और अन्य डिस्कॉम से संबंधित 7813 शिकायतें 8:30 बजे तक प्राप्त हुई। इसमें से 534 शिकायतों छोड़कर बाकी का समाधान किया जा चुका। बाकी बची शिकायतो का भी उन्होंने शीघ्र समाधान कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिकायतों के समाधान के पीछे उपभोक्ताओं की संतुष्टि जरूरी है। इससे ही कार्मिकों के कार्यों की गुणवत्ता की परख होती है। विगत एक महीने से आई शिकायतों में से सबसे ज्यादा विद्युत कटौती, बिल संबंधी, ट्रांसफार्मर जलने, ओवरलोडिंग, लो-बोल्टेज, विद्युत चोरी, विद्युत पोल व लाइन जर्जर होने, मीटर न लगाने संबंधी शिकायतें प्राप्त हुई।
ऊर्जा मंत्री ने निरीक्षण के दौरान 1912 काल सेंटर के पास स्थित 33/11 केवी क्षमता के विधानसभा उपकेन्द्र का भी निरीक्षण किया। इस उपकेंद्र से 11 केवी के 11 फीडर पोषित है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने लागबुक, लोडपैनल की जांच की। उपकेन्द्र में लिये गये शटडाउन और विद्युत आपूर्ति में आये व्यवधानों के संबंध में जानकारी ली। वर्तमान लोड के बारे में पूछने पर 80 मेगावाट लोड होने की बात कही गई।
उन्होंने उपस्थित कार्मिकों को निर्देशित किया कि अनावश्यक रूप से विद्युत आपूर्ति बाधित न की जाए, जिससे लोगों को परेशानी हो। उपकेंद्र से पोषित सभी फीडरों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति देने को कहा। उन्होंने कहा कि बरसात में आंधी, तूफान, तेज बारिस और पेड़ों के गिरने टूटने से भी विद्युत प्रभावित होती है। फिर भी पूरे प्रयासों की ऐसी स्थित में विद्युत आपूर्ति जल्द से जल्द बहाल हो। बरसात में अक्सर विद्युत पोल, स्टेवायर, ट्रांसफार्मरजाली और हरे भरे पेड़ों की लाइन के सम्पर्क में आने से करंट उतरने की संभावना रहती है, जिससे जनधन हानि और पशु दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। इससे बचने के लिए लोगों को विद्युत उपकरणों से दूर रहने के जागरूक व सचेत करें तथा करंट उतरने की भी जांच कर सुधार किया जाए।