लखनऊ । हिन्दू समाज के संतों द्वारा देशभर में अनेक सेवाकार्य संचालित किये जाते हैं, लेकिन इसकी जानकारी समाज को नहीं है। इसलिए मंदिरों की ओर से किये जा रहे मानव कल्याण के कार्यों की जानकारी समाज तक पहुंचाने का कार्य हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउण्डेशन सेवा मेला के माध्यम से करेगी। यह जानकारी हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक गुणवंत सिंह कोठारी ने दी। वह शुक्रवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
गुणवंत सिंह कोठारी ने कहा कि हिन्दू दर्शन कण—कण में परमेश्वर का दर्शन करता है। हमारा लक्ष्य ऐसे जीवन और व्यवहार को बढ़ाना है जो पर्यावरण,वायुमण्डल,जल स्रोत,वन एवं वन्य जीवों और मानवीय मूल्यों का संवर्धन करना है। उन्होंने कहा कि भारत के युवाओं में स्वाभिमान व देशभक्ति का भाव जाग्रत करना है। देश,धर्म और देव इन तीनों प्रेरणा स्तम्भों के अभाव में हमारा सांस्कृतिक अस्तित्व नहीं रहेगा। नारी सम्मान की चर्चा करते हुए गुणवंत सिंह ने कहा कि नारी के सम्मान की रक्षा के बिना परिवार व समाज बिखर जायेगा। हमने मातृदेवो भव: कहा है।
गुणवंत सिंह कोठारी ने बताया कि हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउण्डेशन प्रतिवर्ष सेवा कार्यों को प्रदर्शनी के माध्यम से सेवा के प्रति हिन्दू समाज की प्रतिबद्धता को उजागर करता है।दीप प्रज्जवलन के माध्यम से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउण्डेशन के क्षेत्र संयोजक अमरनाथ,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रान्तीय कार्यकारिणी के सदस्य प्रशान्त भाटिया,सहकार भारती से डा. प्रवीण जादौन,व्यापारी कल्याण बोर्ड के मनीष गुप्ता,सह विभाग शारीरिक शिक्षण प्रमुख अतुल सिंह,हरिराम मिश्रा,आदित्य द्विवेदी,स्मृति समाज सेवा संस्थान से अभिजीत प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।