राज्य सभा में फिलहाल 19 सीटें खाली हैं जिससे कुल संख्या 226 है
नई दिल्ली । राज्यसभा में भाजपा का हिस्सा रहे चार मनोनीत सदस्य शनिवार, 13 जुलाई को सेवानिवृत्त हो गए। इससे जिससे उच्च सदन में पार्टी की ताकत घटकर 86 और एनडीए की संख्या 101 हो गई है। राज्य सभा में फिलहाल 19 सीटें खाली हैं जिससे कुल संख्या 226 है। हालांकि एनडीए अभी भी आगामी बजट सत्र के दौरान मनोनीत सदस्यों, दो निर्दलीय और एआईएडीएमके और वाईएसआरसीपी जैसे मित्र दलों के समर्थन से सदन में महत्वपूर्ण कानून पारित करा सकता है। लेकिन दूसरों पर निर्भरता को कम करने के लिए मनोनीत श्रेणी के तहत रिक्तियों को जल्द से जल्द भरना होगा।
शनिवार, 13 जुलाई को सेवानिवृत्त होने वाले सदस्यों में राकेश सिन्हा, राम शकल, सोनल मानसिंह और महेश जेठमलानी शामिल हैं। राज्यसभा के लिए मनोनीत होने के बाद उन्होंने औपचारिक रूप से खुद को बीजेपी के साथ जोड़ लिया था। सरकार की सिफारिश पर राष्ट्रपति राज्यसभा में 12 सदस्यों को नामांकित करते हैं। मौजूदा सदन में, उनमें से सात ने खुद को गुटनिरपेक्ष रखा। लेकिन ऐसे सदस्य किसी भी कानून या प्रस्ताव को पारित करने में हमेशा सत्ताधारी दल का पक्ष लेते हैं।
वर्तमान में उच्च सदन में 19 रिक्तियां हैं, जिनमें जम्मू-कश्मीर और नामांकित श्रेणी से चार-चार, और आठ अलग-अलग राज्यों से 11 (असम, बिहार और महाराष्ट्र से दो-दो और हरियाणा, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, राजस्थान और त्रिपुरा से एक-एक) शामिल हैं। इन 11 सीटों में से दस सीटें पिछले महीने लोकसभा के लिए सदस्यों के चुनाव के कारण खाली हुई थीं। जबकि एक सीट भारत राष्ट्र समिति के सदस्य के केशव राव के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी। राव बाद में कांग्रेस में शामिल हो गये।
आने वाले महीनों में राज्यों से आने वाली इन 11 सीटों पर चुनाव होने हैं। इसमें एनडीए को आठ सीटें और इंडिया ब्लॉक को तीन सीटें मिलने की संभावना है। तेलंगाना से कांग्रेस को 1 सीट मिल सकती है। इससे पार्टी की सदस्यों की कुल संख्या 27 हो जाएगी। यह राज्यसभा में विपक्ष के नेता पद को बनाए रखने के लिए आवश्यक संख्या से दो अधिक है।