लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक प्रेस रिलीज के जरिए भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के चलते देश बर्बादी के कगार पर पहुंच गया है। आज जो सत्ता में हैं, उन्हें न संविधान की मर्यादा की चिंता है और नहीं लोकतंत्र को बचाए रखने का इरादा है। सत्ता और केवल सत्ता पर कब्जा बनाए रखने की ही बीजेपी की राजनीति ने जनता के हितों को ताक पर रख दिया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा जबसे सत्ता में आई है, भाजपा सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने का काम किया है। जनता के अधिकारों के अपहरण में भाजपा ने सभी मूल्यों, आदर्शों को तिलांजलि देकर केवल सत्ता भोग को ही अपना एक मात्र ध्येय निर्धारित कर रखा है।
भाजपा सरकार पर नफरत का माहौल बनाने का आरोप
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में आर्थिक गैर बराबरी बढ़ी है और समाज बंटा है। नफरत का माहौल बना है और सामाजिक न्याय की उपेक्षा हुई है। बीजेपी सरकार जनता को डॉ. अंबेडकर के संविधान के अनुसार हक और सम्मान नहीं देना चाहती है। इनकी सरकार में साम्प्रदायिक उन्माद को बढ़ावा मिला है। सत्तासीन पूंजीपतियों की गोद में बैठ गए हैं और गरीब, मजदूर और किसान उनकी प्राथमिका में नहीं है।
पूर्व सीएम ने कहा कि सर्वाधिक चिंता की बात तो यह है कि बीजेपी ने लोकतंत्र में चुनाव प्रक्रिया और मतदान की व्यवस्था को भी प्रदूषित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। चुनाव में निष्पक्षता और पारदर्शिता को भाजपा महत्व नहीं देती है। ईडी, सीबीआई, आईटी आदि एजेंसियों का दुरूपयोग विपक्ष को बदनाम करने और उसे प्रताड़ित करने में किया जा रहा है।
पीडीए ही आज की समस्याओं का समाधान
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हमारा मानना है कि PDA ही आज की समस्याओं का समाधान है। पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक और आधी आबादी के साथ जो पीडीए में जुड़े हैं, वही परितर्वन के संदेशवाहक बनेंगे। जनता बदलाव के लिए संकल्प के साथ अब सही समय का इंतजार कर रही है।