श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 26 जनवरी यानी की गणतंत्र दिवस से पूरे भारत को अयोध्या आकर रामलला के दर्शन का आमंत्रण दिया है। इसके लिए 5 लाख गांवों में घर-घर हल्दी व घी लगा अक्षत भेजे जाने की योजना बनाई जा रही है। इसके साथ एक निवेदन पत्रक भी रामभक्तों को भेजा जाएगा। यह पत्रक देश के सभी प्रमुख भाषाओं में छापा जाएगा, ताकि पत्रक का संदेश रामभक्त आसानी से समझ सकें। इस पत्रक के माध्यम से रामभक्तों से प्राण प्रतिष्ठा के दिन अपने-अपने क्षेत्रों में आनंदोत्सव व दीपोत्सव मनाने की अपील की जाएगी।
यह जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कारसेवकपुरम में दी। उन्होंने बताया कि 1 जनवरी से मकर संक्रांति तक देश के 5 लाख गांवों में हर घर, अक्षत-हल्दी भेजी जाएगी। विश्व हिंदू परिषद ने संगठन ने देश को 45 प्रांतों में बांट रखा है। हर राज्य में दो से तीन इकाइयां हैं। उत्तर प्रदेश में छह इकाइयां हैं। अगले महीने 5 नवंबर को सभी 45 प्रांतों के दो-दो कार्यकर्ताओं को अयोध्या बुलाया गया है। लगभग 150 से 200 कार्यकर्ता अयोध्या पहुंच रहे हैं।
इन कार्यकर्ताओं को पूजित अक्षत की थैली प्रदान की जाएगी। थैली में करीब पांच किलो अक्षत होगा। कार्यकर्ता पूजित हल्दी-अक्षत को अपने केंद्र ले जाएंगे। वहां अपने प्रांत के किसी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे फिर सभी जिलों को भेजेंगे। जिला के कार्यकर्ता गांवों की लिस्ट तैयार करेंगे। फिर गांवों में भी अक्षत-हल्दी का पूजन होगा। यह काम सभी 45 प्रांतों में दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।
चंपत राय के मुताबिक, इस पत्रक के माध्यम से अपील की जाएगी कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन अपने पास के मंदिर में आनंदोत्सव मनाएं। मंदिर की साज-सज्जा कर भजन, पूजन, कीर्तन व भव्य आरती का आयोजन कर प्रसाद वितरण करें। मंदिरों में लाइव प्रसारण की व्यवस्था हो ताकि अयोध्या में होने वाले प्राणप्रतिष्ठा समारोह से पूरा देश जुड़ सकें। कोशिश है कि देश के 5 लाख मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दिन आनंदोत्सव का आयोजन हो। सभी से शाम को घरों में दीप जलाने का भी आह्वान किया जाएगा। अपील की जाएगी कि सभी कार्यक्रम का आयोजन मंदिर केंद्रित हों।