मेरठ नगर निगम शपथ ग्रहण के दौरान भारी बवाल हुआ है। मेरठ के चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय स्थित नेताजी सुभाष चंद बोस प्रेक्षागृह में नवनिर्वाचित महापौर और पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह के शुरू होते ही हंगामा हो गया। वंदे मातरम के दौरान खड़े नहीं होने पर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM पार्षदों की पिटाई हुई है। इस दौरान समारोह में खूब हंगामा देखने को मिला। वहां तैनात पुलिस कर्मियों ने किसी तरह पूरे मामले को शांत किया।
पिटाई का आरोप बीजेपी के पार्षदों पर लगा है हालांकि बीजेपी पार्षदों ने इस आरोप से इनकार किया है। उनका कहना है कि उन्होंने वंदे मातरम का अपमान किया है। AIMIM पार्षदों ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से महिलाओं से बदसलूकी का आरोप लगाया। हालात यहां तक पहुंच गए कि पुलिस को बीच बचाव करना पड़ा। बीजेपी पार्षदों ने साफ साफ कहा कि वो वंदे मातरम का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि मेरठ नगर निगम में शपथ समारोह कार्यक्रम चल रहा था। कार्यक्रम की शुरुआत में राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम’ गाया गया, जिस पर वहां मौजूद तमाम नेता और कार्यकर्ता राष्ट्रगीत के सम्मान में अपनी सीट से खड़े हो गए, लेकिन AIMIM के पार्षद और कार्यकर्ता अपनी सीट से खड़े नहीं हुए और वो कुर्सी पर ही बैठे रहे। इस बात पर बीजेपी पार्षदों और कार्यकर्ताओं को गुस्सा आ गया और दोनों पक्षों के बीच बवाल शुरू हो गया। देखते ही देखते शपथ ग्रहण समारोह जंग का मैदान बन गया। दोनों पार्टियों के समर्थक और पार्षद आपस में भिड़ गए। मामला बढ़ता देख पुलिस ने हालात को संभालने की कोशिश की और किसी तरह दोनों दलों के नेताओं को अलग किया।
यह भी पढ़ें: राहुल गांधी के विदेश जाने का रास्ता कोर्ट ने किया साफ, पासपोर्ट जारी करने के लिए दी तीन साल के लिए एनओसी
थाने पहुंच बीजेपी पार्षदों के खिलाफ दर्ज कराई FIR
AIMIM के महानगर अध्यक्ष इमरान अंसारी ने बताया कि एआईएमआईएम के चार पार्षद फजल करीम वार्ड 71, ताहिर वार्ड 82 साहिद वार्ड 72 गुड्डी पत्नी अफजाल वार्ड 81 और एक अन्य पार्टी के रिजवान अंसारी वार्ड 73 की शपथ नहीं हुई है। इन पांच पार्षदों की शपथ शनिवार को नगर निगम में होगी। एआईएमआईएम के सभी पार्षद 11 पार्षद और मुस्लिम लीग और आजाद समाज पार्टी के पार्षद और कार्यकर्ता मेडिकल थाने में बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ FIR दर्ज कराने के लिए पहुंचे। बताया गया कि यहां मारपीट करने वाले बीजेपी पार्षदों के खिलाफ मुकदमा लिखवाया है।