मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को प्रदेश में भगवान राम के बेटे कुश के मंदिर और धर्मशाला निर्माण करने सहित करोड़ों रूपये की कई घोषणाएं की। चौहान ने सागर में अखिल भारतीय कुशवाहा समाज के संभाग स्तरीय सम्मेलन एवं सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘राज्य सरकार द्वारा भगवान कुश के भव्य मंदिर और कुशवाहा समाज के धर्मशाला निर्माण के लिए 10 करोड़ रूपये की राशि दी जाएगी। इसमें से कुश मंदिर के लिए 5 करोड़ रूपये दिए जाएंगे और धर्मशाला के लिए भी 5 करोड़ रूपये द्वारा दिए जाएंगे।’’ इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने स्थल चयन के लिए कुशवाहा समाज को जिम्मेदारी सौंपी।
जो स्थान चयनित होगा, उसी स्थल पर एक छात्रावास भी बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश में कुशवाहा समाज कल्याण बोर्ड के गठन की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि बोर्ड के अध्यक्ष को मंत्री का दर्जा दिया जाएगा। चौहान ने कहा कि बेरोजगार युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए स्थान तय किए जा रहे हैं, जिससे वे कार्य सीख कर किसी उद्योग-धंधे में काम कर सके। काम सीखने के दौरान ऐसे युवाओं को 8,000 रूपये प्रतिमाह दिया जाएगा। सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने सागर जिले के लिए 865.91 करोड़ रूपये की 3 नल-जल योजनाओं का भूमि-पूजन किया। नल-जल समूह योजना से 520 ग्रामों में पाइप लाइन बिछा कर घर-घर पानी पहुंचाया जायेगा।
इससे पहले, चौहान ने भोपाल के बीएचईएल दशहरा मैदान में जाट महाकुंभ को संबोधित करते हुए कहा कि जाट समाज साहसी, परिश्रमी और वीर समाज है। उन्होंने कहा, ‘‘जाट समाज देश के लिए अन्न भंडार भरने का भी कार्य करता है। भारतीय सेना में जाट रेजीमेंट को शामिल किया गया है। समाज में महाराज रणजीत सिंह से लेकर महाराजा यशोधर्मन, सूरजमल, भक्त कर्माबाई, महाराजा पोरस, श्री पूरनमल, राजा महेंद्र प्रताप सिंह जैसी हस्तियां रही हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वीर तेजाजी महाराज जाट समाज के आराध्य हैं। इस नाते जाट समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए मध्यप्रदेश में वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड का गठन किया जाएगा।’’ चौहान ने कहा कि तेजाजी महाराज के निर्वाण दिवस तेजा दशमी पर ऐच्छिक अवकाश रहेगा। साथ ही शैक्षणिक भवन के लिए भोपाल, इन्दौर और ग्वालियर में आवश्यक पहल की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्कूली पाठ्यक्रम में जाट महापुरूषों के इतिहास को भी शामिल किया जाएगा, जिससे युवा पीढ़ी प्रेरणा और मार्गदर्शन प्राप्त कर सके।
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चौहान के अलावा, कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने भी भोपाल के बीएचईएल दशहरा मैदान में आयोजित जाट महाकुंभ को संबोधित किया। चौहान की इन घोषणाओं पर तंज कसते हुए कमलनाथ ने कहा, ‘‘मैं घोषणा मशीन नहीं हूं। मैं क्रियान्वयन में विश्वास करता हूं और जब आपका अगला सम्मेलन होगा तो मैं आपको हिसाब दूंगा।