कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी चुनाव प्रचार कर रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को उन्होंने बीदर के भालकी में चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें संसद में बोलने नहीं दिया और अयोग्य ठहराकर बाहर कर दिया गया।
राहुल गांधी ने कहा, “संसद में मेरी माइक बंद कर दी गई। मुझे बोलने नहीं दिया गया। इसके बाद मुझे लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया। मैंने बीजेपी के भ्रष्टाचार पर सवाल उठाया था। मैंने पीएम मोदी से पूछा कि उनका अडानी के साथ क्या रिश्ता है?”
उन्होंने कहा कि आरक्षण पर लगी 50% की सीमा हटनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले इसे हटाएं फिर ओबीसी के बारे में बोलें। राहुल गांधी ने लोगों के अपील की कि कांग्रेस को 150 सीटों पर जीत मिले यह पक्का करें। उन्होंने कहा, “कांग्रेस को बहुमत दिलाएं नहीं तो वे (बीजेपी) आपके पैसे से विधायकों को खरीदेंगे। कांग्रेस सत्ता में आई तो पहली कैबिनेट बैठक में चुनावी गारंटी लागू करने पर फैसला लिया जाएगा।”
बसवन्ना जी ने दिखाया था लोकतंत्र का मार्ग
राहुल गांधी ने कहा, “बसवन्ना जी ने भारत में सबसे पहले लोकतंत्र की बात की थी और इसका रास्ता दिखाया था। दुखद बात है कि आज RSS और बीजेपी के लोग लोकतंत्र पर हमला कर रहे हैं। बसवन्ना जी की सभी की भागीदारी, सभी के लिए एक जगह और सभी को एक साथ आगे बढ़ाने की सोच पर भाजपा और आरएसएस द्वारा हमला किया जा रहा है।”
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उन्होंने कहा, “आप कर्नाटक में बीजेपी को बहुत अच्छी तरह जानते हैं। “40% कमीशन सरकार” का नारा मैंने नहीं गढ़ा। यह कर्नाटक के लोगों ने दिया है। अगर हम देश में ओबीसी को आगे ले जाना चाहते हैं और उन्हें उनका अधिकार देना चाहते हैं, तो ओबीसी जनगणना के आंकड़े जारी करना होगा। पीएम ऐसा कभी नहीं करेंगे। वह ओबीसी का कल्याण नहीं चाहते। कांग्रेस मौका मिलते ही ऐसा करेगी।”