केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को देवघर में भाजपा की विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार को देश की सबसे भ्रष्ट सरकार करार दिया। उन्होंने कहा कि कोई मंत्री-मुख्यमंत्री बनता है तो हाथ से करप्शन करता है, लेकिन इन्होंने ट्रैक्टर और रेलवे के वैगन से भ्रष्टाचार करना शुरू कर दिया। उन्होंने हेमंत सोरेन को सीधे चुनौती देते हुए कहा कि वे चुनाव मैदान में आकर दो-दो हाथ कर लें। राज्य की जनता उन्हें सरकार से हटाने के लिए तैयार बैठी है। उन्होंने उपस्थित जनसमूह का आह्वान किया वे 2024 में राज्य की सभी 14 लोकसभा सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों को विजयी बनाकर एक बार फिर से देश में नरेंद्र मोदी की सरकार बनाएं।
झारखंड में एक महीने के भीतर अमित शाह की यह दूसरी रैली है। इसके पहले बीते 7 जनवरी को उन्होंने चाईबासा में पार्टी की पहली विजय संकल्प रैली को संबोधित किया था। देवघर में आज दूसरी विजय संकल्प रैली को संबोधित करने के पहले केंद्रीय गृह मंत्री ने यहां इफको के नैनो यूरिया प्लांट की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि इस प्लांट से प्रतिवर्ष छह करोड़ बॉटल तरल यूरिया का उत्पादन होगा, जिसकी मदद से फसलों की पैदावार में डेढ़ गुना तक इजाफा होगा।
अमित शाह ने कहा कि वे संताल परगना को जीतने का संकल्प लेने यहां पहुंचे हैं। यहां से शिबू सोरेन के परिवार का बोरिया बिस्तर बांधकर भेज देना है। हेमंत सोरेन को आदिवासियों का विरोधी बताते हुए गृह मंत्री ने कहा कि वोट बैंक के लालच में वे यहां की जनसांख्यिकी बदल रहे हैं। यहां घुसपैठियों की संख्या बढ़ रही है। आदिवासियों और पिछड़े वर्ग की जनसंख्या कम हो रही है। घुसपैठिए आदिवासियों की जमीन हड़प रहे हैं। वे यहां की बहू-बेटियों पर अत्याचार कर रहे हैं। साहेबगंज, दुमका, गोड्डा, पाकुड़, जामताड़ा में खुलेआम घुसपैठ हो रहा है और हेमंत सोरेन इसपर रोक लगाने के बजाय सब कुछ मुस्कुरा कर देख रहे हैं।
उन्होंने कहा- हेमंत बाबू, संथाल परगना में आपने विकास का कोई काम नहीं किया केवल जनता को मूर्ख बनाने का काम किया। जनता अब आपको जान चुकी है और आप से हिसाब मांगती है। आदिवासी बेटियों की हत्या का जवाब आपसे मांगा जा रहा है। गरीबों और आदिवासियों के विकास का पैसा दिल्ली के दरबार में पहुंचाया जा रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि यह क्षेत्र साइबर क्राइम का हब बन गया है। यहां बच्चों को गलत रास्ते पर ले जाकर बड़े-बड़े अपराध हो रहे हैं। भारत सरकार ने साइबर क्राइम से लड़ने के लिए जितनी भी मदद देनी चाही, लेकिन हेमंत बाबू किसी पर आगे नहीं बढ़े।
केंद्र सरकार की उपलब्धियों और कार्यों का उल्लेख करते हुए शाह ने कहा कि मोदी जी की सरकार ने गरीब, आदिवासी और पिछड़ों के हित को हमेशा वरीयता दी है। आजादी के बाद पहली बार एक गरीब आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनी हैं, यह हर गरीब और हर आदिवासी का सम्मान है। कोरोना में हमने तय किया था कि सरकार किसी भी घर का चूल्हा बंद नहीं होने देगी, हमने ढाई साल तक प्रति व्यक्ति-प्रतिमाह पांच किलो अनाज मुफ्त पहुंचाया है। अब एक और साल तक हम गरीबों को मुफ्त अनाज उपलब्ध करवाएंगे।
यह भी पढ़ें: ‘कलाकारों का सम्मान हो, लेकिन जनभावना महत्वपूर्ण’- फिल्मों के बॉयकॉट ट्रेंड पर सीएम योगी की दो टूक
रैली में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी, राज्य के पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी और रघुवर दास, सांसद निशिकांत दुबे, सुनील सोरेन और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश सहित कई नेता मौजूद रहे। रैली के पहले अमित शाह और उनकी पत्नी ने देवघर स्थित बाबा वैद्यनाथ के मंदिर में पूजा-अर्चना की।