लखनऊ। इंडियन पब्लिक सर्विस इंप्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वी पी मिश्र ने आलोक कुमार प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा से भेंट कर आग्रह किया कि डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान एवं जिला अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज बनाए जाने पर स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों को स्वास्थ विभाग में वापस कर दिया गया है। परंतु स्वास्थ विभाग के पद वापस नहीं किए जा रहे हैं। जिससे उनकी तैनाती में कठिनाई हो रही है । श्री मिश्र ने सुझाव दिया कि स्वास्थ्य विभाग के पदों को भी वापस किया जाए जिससे तैनाती में सुविधा हो जाएगी । प्रमुख सचिव ने इस सुझाव को जायज बताया और आश्वासन दिया कि इस संबंध में शासन जल्द वांछित कार्यवाही करके स्वास्थ विभाग के सभी पद भी वापस कर दिए जाएंगे ।
श्री मिश्र ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को भी बताया है ।इस निर्णय से स्वास्थ विभाग को वापस किए गए कर्मचारियों की तैनाती की समस्या समाप्त हो जाएगी ।श्री मिश्र ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने माननीय उपमुख्यमंत्री श्री बृजेश पाठक जी को भी पत्र भेजकर आग्रह किया था । श्री मिश्र ने बताया कि प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पार्थसारथी सेन शर्मा से भेंट कर उनसे आग्रह किया कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद एवं कुछ संगठनों के पदाधिकारी व शेष बचे कर्मचारियों के स्थानांतरण को भी निरस्त कर दें ।जिससे कि शासन एवं कर्मचारियों के बीच आपसी सद्भाव बना रहे ।उन्होंने बताया कि इस पर कार्यवाही की जा रही है ।कर्मचारियों के प्रति हमेशा सकारात्मक है ।
यह भी पढ़ें: अमित शाह की हाईलेवल मीटिंग, JK और लेह-लद्दाख की सुरक्षा अहम मुद्दा
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा के साथ हुई वार्ता में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष सुरेश रावत एवं महामंत्री अतुल मिश्रा भी उपस्थित थे ।सभी पदाधिकारियों ने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा को धन्यवाद ज्ञापित किया है ।