सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान ने आज खुद को सरेंडर कर दिया है. पुलिस ने सोलंकी ब्रदर्स की गिरफ्तारी के लिए 60 टीमों को लगाया था, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी. आज पुलिस को सपा विधायक के घर डुगडुगी बजानी थी और कुर्की की कार्रवाई करनी थी, लेकिन इससे पहले सोलंकी ने पुलिस कमिश्नर के बंगले पर आत्मसमर्पण कर दिया है. यहां उनके साथ सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी, हसन रूमी और पत्नी व बच्चे मौजूद रहे.
कुर्की की कार्रवाई से पहले इरफान सोलंकी ने किया सरेंडर
इरफान सोलंकी के घर पर आज पुलिस की ओर से मुनादी कराई जा सकती थी. पुलिस ने धारा 82 के लिए कोर्ट में अर्जी भी दी थी, जिस पर आज फैसला सुनाया जाएगा. इसको लेकर पुलिस अधिकारियों ने तैयारी भी कर ली है. सुबह कोर्ट का ऑर्डर प्राप्त होने के साथ दोपहर तक पुलिस विधायक के घर मुनादी करा सकती थी, लेकिन ऑर्डर प्राप्त होने से पहले ही विधायक ने नाटकीय ढंग से साथी विधायकों की उपस्थिति में अपने आप को कमिश्नर के सुपर्द कर दिया.
क्या था पूरा मामला
दरअसल, जाजमऊ थाना क्षेत्र स्थित केडीए कॉलोनी की रहने वाली नजीर फातिमा के घर 7 नवंबर की रात में आगजनी हुई थी. जिस पर नजीर फ़ातिमा ने सपा विधायक इरफान सोलंकी व उनके भाई रिजवान के खिलाफ 8 नवंबर को एफआईआर दर्ज कराई थी. इस घटना के बाद से पुलिस दोनों सोलंकी ब्रदर्स की तलाश में जुटी थी, लेकिन कोई सुराग नहीं लग सका था. जिसके बाद आज सपा विधायक ने 23 दिनों के बाद अपने आप को पुलिस कमिश्नर के बंगले पर पहुंच सरेंडर कर दिया.
इरफान सोलंकी के भाई रिजवान ने भी किया सरेंडर
हालांकि, इरफान के साथ उनके भाई रिजवान ने भी कुछ देर बाद सरेंडर कर दिया. पुलिस को दोनों भाइयों की लंबे समय से तलाश थी. इरफ़ान सोलंकी के सरेंडर करने के दौरान उनके साथ सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी, हसन रूमी व इरफान के पत्नी बच्चे मौजूद रहे.