आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए भारत में शुक्रवार से से ‘No money for terror’ सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में 72 देशों के प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद है। इस सम्मेलन में पाकिस्तान और अफगानिस्तान हिस्सा नहीं ले रहे हैं। शुक्रवार सुबह ताज होटल में आतंकी फंडिंग के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ‘नो मनी फॉर टेरर’ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) भी मौजूद रहे।
सम्मलेन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद को खत्म करने के लिए एक व्यापक, सक्रिय, व्यवस्थित प्रतिक्रिया की जरूरत है। अगर हम चाहते हैं कि हमारे नागरिक सुरक्षित रहें, तो हम तब तक इंतजार नहीं कर सकते जब तक कि आतंक हमारे घरों में न आ जाए। हमें आतंकवादियों की फंडिंग पर चोट करनी चाहिए।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक आतंकवाद का खात्मा नहीं हो जाता। उन्होंने कहा, “लंबे समय से आतंकवाद असर गरीबों और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। चाहे वह पर्यटन हो या व्यापार का क्षेत्र। कोई भी उस इलाके को पसंद नहीं करता जहां लगातार आतंकवार का खतरा बना रहता है। इससे लोगों की रोजी-रोटी छिन रही है। यह सबसे ज्यादा जरूरी है कि हम आतंकवाद की फंडिंग की जड़ पर प्रहार करें।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंकवाद मानवता, स्वतंत्रता और सभ्यता पर हमला है। यह कोई सीमा नहीं जानता। केवल एक समान, एकीकृत और जीरो टॉलरेंस का दृष्टिकोण ही आतंकवाद को हरा सकता है।
दिल्ली में ‘नो मनी फॉर टेरर’ सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह जरूरी है कि हम संयुक्त रूप से कट्टरवाद और उग्रवाद की समस्या का समाधान करें। कट्टरवाद का समर्थन करने वाले का किसी भी देश में कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
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PM ने कहा कि कुछ देश अपनी विदेश नीति के तहत आतंकवाद का समर्थन करते हैं। वे उन्हें राजनीतिक, वैचारिक और वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं। अंतरराष्ट्रीय संगठन को यह नहीं सोचना चाहिए कि युद्ध की अनुपस्थिति का अर्थ शांति है।
कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश ने आतंक की विभीषिका का सामना दुनिया के गंभीरता से लेने से बहुत पहले से किया है। दशकों से अलग-अलग रूपों में आतंकवाद ने भारत को चोट पहुंचाने की कोशिश की जिसकी वजह से हमने हजारों कीमती जानें गंवाईं, लेकिन हमने आतंकवाद का बहादुरी से मुकाबला किया।