प्रवर्तन निदेशालय (ED) आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से नेशनल हेराल्ड केस में पूछताछ करेगा। गौरतलब है कि इस मामले में राहुल गांधी से पहले ही पूछताछ हो चुकी है। वहीं प्रवर्तन निदेशालय की इस कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता देश भर सत्याग्रह प्रदर्शन करने की तैयार कर चुके हैं। भारी हंगामे के चलते दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
कांग्रेस ने दिया स्थगन प्रस्ताव
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि राजनीतिक कारणों से विपक्षी नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय के हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। कांग्रेस ने संसद में इस मुद्दे पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव दिया है।
भाजपा का पलटवार, ये सत्याग्रह नहीं, दुराग्रह है
सोनिया गांधी से पूछताछ पर कांग्रेस पार्टी के सत्याग्रह पर भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ये सत्याग्रह नहीं, देश और देश के कानून, देश की संस्थाओं के खिलाफ दुराग्रह है. सोनिया गांधी और राहुल गांधी इस मामले में बेल पर हैं, इन दोनों पर धोखाधड़ी का भी आरोप है।
राहुल गांधी से हो चुकी है 50 घंटे पूछताछ
नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी से पहले राहुल गांधी से भी करीब 50 घंटे पूछताछ हो चुकी है। तब भी कांग्रेस पार्टी ने काफी विरोध प्रदर्शन किया था। आज भी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ एकजुटता दिखाने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता AICC कार्यालय में इकट्ठा होंगे। राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा भी सोनिया गांधी के साथ ED दफ्तर जाएंगे।
दो मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस कार्यकर्ता करेंगे शक्ति प्रदर्शन
कांग्रेस पार्टी ने सोनिया गांधी की पेशी पर शक्ति प्रदर्शन की योजना बनाई है। राजधानी दिल्ली में संसद से सड़क तक कांग्रेस के आक्रामक तेवर देखे जा सकते हैं। इसके अलावा विरोध प्रदर्शन में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल हो सकते है। वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस गृह मंत्रालय से आदेश लेकर मीडिया को कांग्रेस पार्टी मुख्यालय में प्रवेश करने से रोक रही है।
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जानिए क्या है नेशनल हेराल्ड केस
जिस नेशनल हेराल्ड केस में आज सोनिया गांधी की प्रवर्तन निदेशालय की पेशी हो रही है, वह करीब 10 साल पुराना मामला है। नेशनल हेराल्ड नाम से एक अखबार जवाहरलाल नेहरू ने निकाला था। इस केस में करोड़ों रुपए की जायदाद पर मालिकाना हक का विवाद है।