महाराष्ट्र के राजनीतिक में हलचल मचा हुआ है। पार्टियों के बीच राजनीतिक बयानबाजी जारी है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हैं और वही रहेंगे।अगर जरुरत पड़ी तो सदन में बहुमत साबित करेंगे लेकिन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ही रहेंगे लेकिन इस्तीफा नहीं देंगे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सदन के फ्लोर पर मौका मिला तो हम बहुमत सिद्ध करके दिखाएंगे। वहीं शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत की पृष्ठभूमि में पद छोड़ने की पेशकश करने के कुछ ही घंटे बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार रात दक्षिण मुंबई स्थित अपना आधिकारिक आवास खाली कर दिया और बांद्रा स्थित अपने निजी आवास चले गए।
आपको बता दे कि ठाकरे मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ को खाली करके ठाकरे परिवार के निजी आवास ‘मातोश्री’ चले गए हैं। गौरतलब है कि शिंदे द्वारा दो दिन पहले बगावत किए जाने और बागी विधायकों के तेवर में कोई नरमी नहीं आने के बीच ठाकरे ने यह कदम उठाया है। आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे अभी भी गुवाहाटी में डेरा जमाए हुए हैं। वहीं बागी विधायकों ने बीते बुधवार की देर रात को राज्यपाल को पत्र लिखकर एकनाथ शिंदे को अपना नेता घोषित कर दिया।
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बीते बुधवार की रात को ठाकरे परिवार रात करीब 11 बजे ‘मातोश्री’ के बाहर पहुंचा। हालांकि, मुख्यमंत्री को वहां से अपने आवास तक पहुंचने में करीब 40 मिनट का वक्त लग गया। सैकड़ों की संख्या में शिवसैनिक मालाबार हिल्स स्थित ‘वर्षा’ से लेकर बांद्रा स्थित ‘मातोश्री’ तक खड़े थे. उनके हाथों में तख्तियां, पार्टी के झंडे थे और वे नम आंखों से उद्धव ठाकरे जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे के विधानसभा क्षेत्र वर्ली में कार से बाहर निकले और फिर मातोश्री के पास भी बाहर निकलकर उन्होंने शिवसेना कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया। ‘वर्षा’ से रवाना होने से पहले ठाकरे ने विधायकों और सांसदों से भेंट भी की. गौरतलब है कि शाम में ‘फेसबुक लाइव’ पर ठाकरे ने कहा था कि वह ‘वर्षा’ छोड़कर ‘मातोश्री’ जा रहे हैं।