नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज एक बार फिर से प्रवर्तन निदेशालय के सामने पूछताछ के लिए पेश होंगे। इससे पहले तीन दिन राहुल गांधी से ईडी पूछताछ कर चुकी है। आज चौथी बार ईडी के सामने पूछताछ के लिए राहुल गांधी पेश होंगे। ईडी नेशनल हेराल्ड केस में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में राहुल गांधी से पूछताछ कर रही है। जिस तरह से राहुल गांधी को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया उसके बाद कांग्रेस ने इसके खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन किया था। आज एक बार फिर से कांग्रेस राहुल गांधी के समर्थन में प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस का आरोप है कि केंद्र राहुल गांधी के खिलाफ बदले की राजनीति कर रहा है।
आपको बता दें कि नेशनल हेराल्ड केस में ईडी के अधिकारी तीन दिनों (13, 14 और 15 जून) में करीब 30 घंटे पूछताछ कर चुकी है और धन शोधन रोकथाम अधिनियम के तहत उनके बयान दर्ज किए हैं। इससे पहले बुधवार को लगातार तीसरे दिन ईडी ने राहुल गांधी से दिनभर करीब 9 घंटे पूछताछ की थी। जांच एजेंसी राहुल गांधी से ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ (AJL) और इसका स्वामित्व रखने वाली कंपनी ‘यंग इंडियन’ से जुड़े निर्णयों में उनकी निजी भूमिका के बारे में पूछताछ कर रही है।
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बता दें कि राहुल गांधी से ऐब्ट तक ED ने 30 घंटे की पूछताछ की है जिसको लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने काफ़ी विरोध किया था। सड़कों पर पार्टी कार्यकता मौजूद थे और ऐसे में आज की कार्रवाई को लेकर भी कांग्रेस नेता पूरी तैयारी में हैं और आज भी खूब विरोध प्रदर्शन होने की उम्मीद है। दिल्ली पुलिस की तरफ़ से भी हालातों को देखते हुए सुरक्षा के इंतज़ाम किए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक ‘यंग इंडियन’ की स्थापना, ‘नेशनल हेराल्ड’ के संचालन और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) को कांग्रेस द्वारा दिए गए कर्ज तथा मीडिया संस्था के भीतर धन के ट्रांसफर से जुड़े 15-16 सवाल राहुल गांधी के समक्ष रखे गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि राहुल गांधी की भूमिका और उनका विस्तृत बयान महत्वपूर्ण है क्योंकि वह ‘यंग इंडियन’ में बड़े शेयरहोल्डर हैं तथा एजेएल और नेशनल हेराल्ड के मामलों में महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। इस पूछताछ के दौरान राहुल गांधी से उनके बैंक खातों विदेशी जायदाद से लेकर यंग इंडियन और एसोसिएट जर्नल लिमिटेड को मिलने वाले लोन की बाबत पूछताछ की गई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी ने पूछताछ के दौरान पूछे गए सभी सवालों का जवाब पूरी सफाई दी। राहुल गांधी कहा कि यंग इंडियन कंपनी कोई प्रॉफिट कंपनी नहीं है न ही इस कंपनी से कोई निदेशक व्यक्तिगत तौर पर लाभ ले सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि खातों से लेनदेन संबंधी जानकारी कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता मोतीलाल वोरा रखते थे। सूत्रों का यह भी दावा है कि कई टेक्निकल सवालों के जवाब में राहुल गांधी ने चुप्पी साधे रखी और यह कहकर डालने की कोशिश की कि इस बाबत वह अपने सीए से पूछ कर बताएंगे या जानकारी एकत्र करके बताएंगे। कांग्रेस का कहना है कि यंग इंडिया एक गैर-लाभकारी संस्था है और इसलिए शेयरधारक इसकी संपत्ति से कोई पैसा नहीं कमा सकते हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने तर्क दिया है कि यंग इंडिया ने कोई धर्मार्थ कार्य नहीं किया है। इसका एकमात्र लेन-देन एजेएल के कर्ज का हस्तांतरण था। कांग्रेस ने इसका प्रतिवाद किया है। आयकर आदेश को अदालत में चुनौती दी गई है और यह उच्चतम न्यायालय में लंबित है।