रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जम्मू कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी में 2 वर्ष पहले शहीद हुए सैनिकों को बृहस्पतिवार को श्रद्धांजलि दी थी। वही आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ मिलकर पहलगाम में जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड विंटर स्पोर्ट्स में बोल्डर क्लाइम्बिंग वॉल और हिमालयन म्यूजियम का उद्घाटन किया। इस दौरान राजनाथ ने कहा कि मुझे बताया गया है कि इस संस्थान ने स्कीइंग प्रशिक्षण में अपना नाम कमाया है, जबकि यह पर्वतारोहण और अन्य खेलों के लिए भी प्रशिक्षण प्रदान करता है। कई महिलाएं भी अब यहां प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। यहां प्रशिक्षण कार्यक्रमों की सदस्यता ली जाती है।
कुल मिलाकर राजनाथ सिंह अपने जम्मू-कश्मीर दौरे के दौरान आम लोगों को यह संदेश देने की कोशिश करते रहे कि भारत सरकार आम कश्मीरियों की सुरक्षा के साथ-साथ यहां के विकास के लिए पूरी तरह से प्रतिबंध है। साथ ही साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को भी कड़ी चेतावनी दे दी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ तौर पर कह दिया कि अगर पाकिस्तान भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा। राजनाथ ने कहा कि पाकिस्तान ‘हजारों जख्म देकर भारत को लहूलूहान करने’ के अपने रवैये से जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने की लगातार कोशिश कर रहा है। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि यदि भारत की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया तो इसका करारा जवाब दिया जाएगा। सिंह ने बारामूला जिले में सुरक्षा बलों को सम्बोधित करते हुए कहा, ‘‘हमारे पड़ोसी (पाकिस्तान) ने हमेशा भारत-विरोधी गतिविधियों का सहारा लिया है। राज्य में पहले भी आतंकी गतिविधियां देखी गई हैं। पाकिस्तान हजार जख्म देकर भारत को लहूलूहान करने के अपने रवैये से देश में शांति भंग करने की कोशिश कर रहा है।’’
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सिंह ने हालांकि, राष्ट्र को आश्वस्त किया कि अगर कभी भी देश की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई, तो सशस्त्र बल इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। सुरक्षाबलों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि हाल में सशस्त्र बलों, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और जम्मू-कश्मीर पुलिस के अथक प्रयासों से जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गयी है। सिंह ने कहा, “हमारे सुरक्षा बल इस देश के लिए एक ऐसा सुरक्षा कवच हैं जिसे जो भी इसे तोड़ने की कोशिश करता है, वह अपना ही खून बहाता है। देश को हमारे सुरक्षा बलों पर बहुत भरोसा है, जो किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।’’ रक्षा मंत्री ने अग्रिम इलाकों का भी दौरा किया और सीमा पर सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। रक्षा मंत्री के साथ थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, 15 कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल एएस औजला और 19 इन्फैंट्री डिवीजन के जीओसीमेजर जनरल अजय चांदपुरिया भी मौजूद थे। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि रक्षा मंत्री को सशस्त्र बलों की अभियान संबंधी तैयारियों के बारे में जानकारी दी गई। सिंह ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी अपनी जिम्मेदारियों को कुशलतापूर्वक निभाने के लिए सुरक्षा बलों की सराहना करते हुए उनकी वीरता और उत्साह को उल्लेखनीय बताया।