लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सिराथू में चुनावी हार के बाद शुक्रवार को कहा कि वह पार्टी के कार्यकर्ता हैं और पार्टी उनसे जो भी करने को कहेगी वह वही करेंगे। मौर्य ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं और पार्टी मुझसे जो भी करने को कहेगी, वही करूंगा।’’ इसके पहले चुनाव परिणाम आने पर केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर कहा था, ‘‘सिराथू विधानसभा क्षेत्र की जनता के फैसले को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूं। एक-एक कार्यकर्ता के परिश्रम के लिए आभारी हूं, जिन मतदाताओं ने वोट रूपी आशीर्वाद दिया उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करता हूं।’’ मौर्य अपना चुनाव भले हार गए लेकिन पार्टी की जीत पर उन्होंने खुशी जाहिर की है।
भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में बृहस्पतिवार को पूर्ण बहुमत आने के बाद मौर्य भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पहुंचे। वहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ उन्होंने अपनी खुशी साझा की और एक दूसरे को मिठाई खिलाई। मौर्य ने कहा, ‘‘यह हमारे लिए खुशी की बात है कि उत्तर प्रदेश और तीन अन्य राज्यों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों के चलते एक बार फिर भाजपा की सरकार बनी है।’’ मौर्य सिराथू विधानसभा सीट से चुनाव में समाजवादी पार्टी की पल्लवी पटेल से 7,337 मतों से हार गए। मौर्य को जहां 98,941 वोट मिले, वहीं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की बड़ी बहन पटेल को 1,06,278 वोट मिले।
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मौर्य ने 2012 में सिराथू विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता था लेकिन 2017 में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा था। भाजपा ने 2014 में उन्हें फूलपुर से लोकसभा का उम्मीदवार बनाया और वह भारी मतों के अंतर से चुनाव जीत गये थे। इसके बाद केशव प्रसाद ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। बाद में उनको भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष बनाया और उनके प्रदेश अध्यक्ष रहते 2017 में भाजपा ने विधानसभा का चुनाव लड़ा। 2017 में भाजपा ने राज्य की 403 विधानसभा सीटों में सहयोगियों समेत 325 सीटों पर जीत हासिल की थी, तब पार्टी ने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में गठित राज्य सरकार में मौर्य को उप मुख्यमंत्री बनाया।