कॉन्ग्रेस पार्टी का एक और सेल्फ-गोल। गोल खुद प्रियंका गाँधी ने किया है। गोल हुआ एक वीडियो से। खुद कॉन्ग्रेस ने शेयर किया है वीडियो। वीडियो में प्रियंका गाँधी ने अपने पिता राजीव गाँधी के बारे में बताया है। बात अमेठी की है, वहाँ के सड़कों-बिजली के बारे में है।
अब खबर (मजेदार है) विस्तार से। हुआ यह कि कॉन्ग्रेस ने प्रियंका गाँधी का एक वीडियो ट्वीट किया। इसमें उन्हें यह बताते हुए सुना जा सकता है कि कैसे उनके पिता राजीव गाँधी ने अमेठी के मतदाताओं को ठगा था। वो इसलिए क्योंकि लोग अक्सर उनसे उनके ही द्वारा किए गए वादों को पूरा नहीं करने के लिए सवाल करते थे, उन्हें डाँटते थे।
प्रियंका गाँधी ने ये सारी बात उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रचार के दौरान कही। गाजीपुर में एक चुनावी रैली में बोलते हुए उन्होंने अपने पिता को पूर्व प्रधानमंत्री के तौर पर याद किया। उन्होंने बताया कि उनके पिता राजीव गाँधी उन्हें उत्तर प्रदेश के गाँवों में जीप से ले जाते थे। आपको बता दें कि राजीव गाँधी अमेठी से सांसद (4 बार) थे।
राजीव गाँधी ‘गरीब’ लोग के घर जाते थे, ‘गरीब’ लोग उनसे सवाल पूछते थे… प्रियंका गाँधी ने ‘गरीब’ लोग को अपने भाषण में बार-बार दोहराया।
दरअसल प्रियंका गाँधी ने सोचा होगा कि अमेठी के ‘गरीब’ लोग और उनके पिता राजीव गाँधी के बीच बातचीत वाली कहानी सुना कर वो सहानुभूति लूट लेंगी, लेकिन हुआ इसके उल्टा। उल्टा इसलिए क्योंकि इतने साल सत्ता में रहने के बाद भी अमेठी में लोगों को कॉन्ग्रेस बुनियादी सुविधाएँ मुहैया कराने में नाकाम रही।
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उत्तर प्रदेश या अमेठी के वोटरों को लेकर प्रियंका गाँधी की सोच क्या है, यह पिछले महीने के उनके एक भाषण से समझा जा सकता है। 2019 में स्मृति ईरानी से राहुल गाँधी अमेठी सीट से ही हारे थे। इस हार के लिए प्रियंका गांधी ने अमेठी के वोटरों को दोषी ठहराया था। उन्होंने दावा किया था अमेठी के वोटरों ने 2019 में आंख मूँद कर वोट किया था और अब अपनी स्थिति के लिए वो (वोटर) खुद जिम्मेदार हैं।