उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के खुद को विकास पुरुष बताने वाले बयान पर तंज कसते हुए कहा कि वह विकास पुरूष नहीं बल्कि विनाश पुरुष हैं। जनता इसकी गवाह है और वह अखिलेश के झांसे में नहीं आने वाली।
उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव अपराधियों, दंगाइयों और भ्रष्टाचारियों के गैंग के सरगना हैं। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की उम्मीदवारों की सूची में गुंडों, अपराधियों, माफियाओं, दंगाइयों, भ्रष्टाचारियों का बोलबाला है। लेकिन भाजपा के उम्मीदवार सबका साथ-सबका विकास का शानदार गुलदस्ता हैं।
केशव मौर्य ने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव कहते हैं कि यह नई सपा है, लेकिन यह वही सपा है जिससे जनता खफा है। उत्तर प्रदेश की जनता ने इनकी विदाई कर दी है और 10 मार्च को समाजवादी पार्टी समाप्तवादी पार्टी बन जाएगी।
सपा मुखिया के पाकिस्तान और जिन्ना के बयानों पर पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि मुझे लगता है कि अखिलेश यादव इस समय बौखलाहट में हैं। इसलिए इस तरह के बयान दे रहे हैं। उनको पहले किसी ने सपना दिखाया था कि उत्तर प्रदेश में वो सरकार बना रहे हैं, मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं, लेकिन जैसे-जैसे हकीकत उनके सामने आ रही है तो उनकी घबराहट भी जनता के सामने आने लगी है। उत्तर प्रदेश में 2017 में जितनी सीटें सपा को मिली थी, अबकी बार अखिलेश यादव उसे भी नहीं बचा पाएंगे।
भाजपा के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के सवाल पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा का लक्ष्य विकास और केवल विकास है। उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिले विकास योजनाओं के केन्द्र में हैं। सपा-बसपा के शासनकाल में केवल पांच जिले ही विकास के केंद्र में होते थे। इसलिए भाजपा की सपा, कांग्रेस और बसपा से तुलना नहीं हो सकती। भाजपा सुशासन, विकास, भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने वाली, सबको सुरक्षा प्रदान करने वाली, सबका साथ-सबका विकास करने वाली पार्टी है। वहीं सपा, कांग्रेस, बसपा का येनकेन प्रकारेण सत्ता हासिल करने का चरित्र रहा है।
योगी की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति में उलझ गए बाहुबली विधायक विजय मिश्र
पंजाब में चल रही राजनीति पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए केशव मौर्य ने कहा कि पाकिस्तान से कांग्रेस की रिश्तेदारी काफी पुरानी है। उन्होंने कहा कि सत्ता अर्जित करना जब किसी का लक्ष्य हो जाता है तो उसके कारण इस तरह की परिस्थितियां पैदा होती हैं।