समाजवादी पार्टी और आजाद समाज पार्टी की गठबंधन पर बात नहीं बनी थी। इसके बाद अखिलेश यादव और चंद्रशेखर आजाद एक दूसरे पर आरोप लगाते नजर आए। अब खबर मिली है कि सपा के एक पूर्व मंत्री चंद्रशेखर के साथ मंच पर दिखे। इसके बाद सपा ने इसको लेकर उनपर एक्शन लिया है। दो नेताओं पर सपा ने कार्रवाई की है।
शुक्रवार को मिली जानकारी के मुताबिक, पूर्व मंत्री उमा किरण को ‘पार्टी विरोधी’ गतिविधियों के चलते छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इनके अलावा सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने निष्कासन की घोषणा की है। हालांकि ये दोनों नेता पार्टी से खुश नहीं थे इसलिए अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे थे।
त्यागी ने कहा कि उमा किरण कथित तौर पर पुरकाजी सीट से पार्टी टिकट की मांग कर रही थीं और नहीं दिए जाने से नाराज थीं। इस वजह से चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व वाली आजाद समाज पार्टी ने उन्हें इस सीट से टिकट दिया है और उन्हें उनके साथ एक प्रेस कांफ्रेंस में भी देखा गया था, जिसके कारण उन्हें निष्कासित कर दिया गया है।
बता दें, सपा और आजाद समाज पार्टी के बीच करीब छह माह से गठबंधन को लेकर बात चल रही थी। मगर जब लखनऊ में दोनों नेता मिले तो बात नहीं बन पाई। इसके बाद चंद्रशेखर ने कहा था कि अखिलेश दलितों का साथ नहीं चाहते हैं। वहीं अखिलेश ने कहा था कि चंद्रशेखर किसी और के इशारे पर काम कर रहे हैं। साथ ही जान लें कि चंद्रशेखर गोरखपुर से विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिए हैं। वहीं से मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ भी चुनाव लड़ेंगे।