यूपी टीईटी परीक्षा के पेपर लीक मामले पर राज्य सरकार का बड़ा बयान आया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार यूपी टीईटी अभ्यर्थियों के साथ खड़ी है। उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा कि एक माह के अंदर पारदर्शी तरीके से पुन: परीक्षा आयोजित की जाएगी। किसी भी अभ्यर्थी से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने टीईटी अभ्यर्थियों को एक बड़ी राहत देते हुए घोषणा की कि भविष्य में पुन: आयोजित होने वाली टीईटी परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को आने-जाने के लिए यूपीएसआरटीसी की बसों में नि:शुल्क यात्रा की सुविधा दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी टीईटी का पेपर लीक करने वाले गिरोह के लोगों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। दोषियों को चिन्हित कर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। दोषियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उनकी सम्पत्ति जब्त की जाएगी।
दूसरी तरफ परीक्षा रद्द होने पर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। परीक्षा रद्द किये जाने पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के राज में शैक्षिक भ्रष्टाचार चरम पर है। 2022 में बदलाव होगा। इस पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि अखिलेश क्या बात करेंगे? उनके राज भी एक लाख भर्ती हुई। उसमें भी भ्रष्टाचार, भाई भतीजा वाद, जातिवाद चरम पर था। भर्ती निकलते ही कुछ लोग वसूली के लिए झोला लेकर निकल पड़ते थे। उन्होंने कहा कि भाजपा की आदित्यनाथ सरकार में पांच लाख नौकरी दी गयी है। भाजपा सरकार में कोई वाद नहीं चला है। हमारी सरकार की भर्तियों में हर वर्ग के लोगों को नौकरी मिली है।