उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि वर्ष 2017 तक उत्तर प्रदेश की पुलिस में तीन लाख सेवाकर्मियों में केवल 10 हजार महिला पुलिसकर्मियों को काम करने का मौका मिला था, लेकिन भाजपा सरकार में इस क्षेत्र में इनकी संख्या में आशातीत वृद्धि की गई है। अब 30 हजार से अधिक महिलाएं पुलिस की नौकरी में हैं।
योगी ने दिया छात्र-छात्राओं को लाइब्रेरी अटेंड करने का सबक
सीएम योगी ने कहा कि महज चार साल के अंदर 30 हजार महिला और बालिकाओं को मौका देकर सरकार ने मिशन शक्ति के लक्ष्य को मजबूत किया है। सुरक्षा में भी महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित कर रही है। सरकार ने हर एक बहन और बेटी को सुरक्षा की गारंटी देने का कार्य सौंपने की दिशा में ठोस कदम बढ़ाया है। महिला सशक्तिकरण का अनुपम उदाहरण इससे और क्या हो सकता है।
उन्होंने कहा कि आज हम जंगल कौड़िया में जिस महाविद्यालय का लोकार्पण और जिस मूर्ति के अनावरण के इस कार्यक्रम में शामिल हैं, वह भी महिला शिक्षा को बढ़ावा देने वाला है। उन्होंने कहा कि गोरक्षपीठ ने महिलाओं का पहला महाविद्यालय का वर्ष 1956 में स्थापित किया था। फिर, गोरखपुर विश्वविद्यालय को दान स्वरूप जमीन उपलब्ध कराया। गोरखपुर विश्वविद्यालय को आधार बनाकर बालिकाओं का पहला इंटर कॉलेज भी 1950 के दशक में ही स्थापित कर दिया गया था।
सीएम योगी ने छात्र-छात्राओं को लाइब्रेरी अटेंड करने का सबक भी दिया। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को यह जानना जरूरी है कि वे अपने परम्परागत पाठ्यक्रम के साथ-साथ देश और दुनिया में घटित होने वाली प्रमुख घटनाओं के बारे में भी जानें। अलग-अलग प्रतिस्पर्धा में यह उपयोगी साबित होगा।
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योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर के कैंपियरगंज में एक आईटीआई का निर्माण हो रहा है। कैंपियरगंज में दो इंटर कॉलेजों का निर्माण पूरा हो चुका है। सहजनवा में पॉलिटेक्निक का निर्माण हो रहा है। पिपराइच में चीनी मिल का निर्माण होने से गन्ना किसानों की सुविधाएं बढ़ीं हैं।