उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद बसपा के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को एक और बड़ा झटका लगा है। दरअसल, बाराबंकी जिले में हुए फर्जी एंबुलेंस मामले में पुलिस ने मुख्तार के तीन और करीबीयों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस अभी तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
मुख्तार अंसारी के खिलाफ आरोपियों ने दिया बयान
एक न्यूज पोर्टल के अनुसार, इस बारे में जानकारी देते हुए विधायक मुख्तार अंसारी द्वारा फर्जी दस्तावेज के आधार पर पंजीकृत कराई गई एंबुलेंस प्रकरण में 25-25 हजार रुपये के तीन इनामी आरोपियों को जिले के थाना कोतवाली क्षेत्र के अयोध्या हाईवे पर स्थित नए बस स्टॉप के पास से आज गिरफ्तार किया गया।
पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया कि आज कोतवाली नगर पुलिस टीम द्वारा गाजीपुर जिले के रहने वाले 25-25 हजार रुपये के तीन इनामी आरोपियों फिरोज कुरैशी, शाहिद और सुरेन्द्र शर्मा को कोतवाली थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि वे लोग मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस चलाते थे और उनके अन्य साथी उसी एंबुलेंस में बैठकर अंसारी की सुरक्षा के लिए चलते थे। आजमगढ़, लखनऊ और जहां कहीं भी एंबुलेंस को लेकर जाना होता था वहां लेकर जाते थे। एंबुलेंस को रोपड़ भी हम लोग ही लेकर गये थे जब पुलिस की कार्यवाही ज्यादा बढ़ गयी तो एंबुलेंस को वहीं छोड़कर भाग गये थे।
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गौरतलब है कि जबरन वसूली के एक मामले में बसपा विधायक मुख्तार अंसारी को गत 31 मार्च को पंजाब के मोहाली स्थित अदालत में पेश किया गया था। अंसारी को जिस एंबुलेंस से लाया गया था, उस पर बाराबंकी की नंबर प्लेट लगी थी। जब पुलिस ने जांच की तो पाया कि मऊ के श्याम संजीवनी अस्पताल की संचालिका डॉक्टर अलका राय और उनके कुछ सहयोगियों ने साल 2013 में इस एंबुलेंस का फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पंजीकरण कराया है।
फर्जी दस्तावेज के आधार पर पंजीकृत कराई गई इस एंबुलेंस मामले में इसी साल दो अप्रैल को बाराबंकी की थाना कोतवाली नगर में सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज किया गया था।