मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हरिद्वार कुंभ के दौरान आरटी-पीसीआर घोटाले पर कहा कि यह मेरे कार्यकाल का मामला नहीं है, फिर भी जानकारी मिलते ही जांच के आदेश दिए गए हैं।
गुरुवार को राजधानी स्थित छावनी परिषद कैंट बोर्ड में कोविड अस्पताल के उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह मामला उनके मुख्यमंत्री बनने से पहले का है। मामले की जानकारी मिलते ही तुंरत जांच के आदेश सरकार की ओर से दे दिए गए हैं।
यह भी पढ़ें: बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए खत्म हुआ भक्तों का इंतजार, बोर्ड ने जारी किए निर्देश
उन्होंने कहा कि जिस एजेंसी ने यह कार्य किया है उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी और जो अधिकारी इसमें संलिप्त होगा उसको बख्शा नहीं जाएगा। कोरोना टेस्ट के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वालों को सरकार छोड़ने वाली नहीं है। सरकार इस मामले पर गंभीरता के साथ आगे बढ़ रही है। दोषी पाए जाने पर उन पर कार्रवाई होना तय है।