फ्रांसीसी सेना में कार्यरत एक जुट द्वारा मिली धमकी के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को एक शख्स ने सरेआम तमाचा मार दिया। यह घटना तब घटी जब राष्ट्रपति दक्षिण-पूर्वी फ्रांस की यात्रा पर थे, इसी दौरान एक शख्स ने उन्हें तमाचा जड़ दिया। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किये गए इन लोगों से पूछताछ जारी है।
मैक्रों को इस्लाम को लेकर दी गई थी हिदायत
एक न्यूज पोर्टल से मिली जानकारी के अनुसार, अभी हाल ही में फ्रांसीसी सेना को सेवा देने वाले एक गुट ने राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को इस्लाम को लेकर हिदायत दी थी । इस गुट का कहना है कि इस्लाम धर्म को रियायत देने की वजह से फ्रांस का ‘अस्तित्व’ दांव पर लग चुका है। फ्रांसीसी सेना में सेवारत सैनिकों के इस गुट का यह पत्र कंजर्वेटिव मैगजीन Valeurs Actuelles में प्रकाशित हुआ था।
इस मैगजीन में पिछले महीने भी इसी तरह का एक पत्र प्रकाशित हुआ था जिसमें गृह युद्ध की चेतावनी दी गई थी। बहरहाल, फ्रांस के गृह मंत्री और इमैनुएल मैक्रों के करीबी सहयोगी जेराल्ड डारमेनिन ने इस पत्र को कुछ लोगों की ‘कच्ची पैंतरेबाजी’ करार दिया। मंत्री ने अनाम पत्र लिखने वालों में ‘साहस’ की कमी का आरोप लगाया था।
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इसके पहले अप्रैल माह में भी मुस्लिम समुदाय ने फ्रांस में सीनेट की ओर से एक नए प्रस्ताव के समर्थन में वोट किए जाने को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। इस प्रस्ताव में सार्वजनिक जगहों पर 18 वर्ष से नीचे की लड़कियों के हिजाब (सिर को ढकने वाला कपड़ा) पहनने पर रोक लगाने का प्रावधान है। ये प्रस्ताव ‘सेपरेटिज्म’ बिल का हिस्सा है। ये अभी प्रभावी नहीं हुआ है। इससे एक महीना पहले स्विट्जरलैंड के वोटरों ने बुरका और नकाब पर रोक लगाने के लिए वोट किया था।