छत्रसाल स्टेडियम में पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में गिरफ्तार ओलंपियन सुशील कुमार की मां ने अब दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया है। उन्होंने कोर्ट से मीडिया रिपोर्टिंग में रोक की मांग की है। सुशील कुमार की मां ने अपनी अर्जी में कहा है कि इस केस में मीडिया ट्रायल चल रहा है। उनका कहना है कि सुशील ने राष्ट्र के लिए प्रतिष्ठा अर्जित की है। लेकिन मीडिया उसे अपराधी की तरह पेश कर रहा है। देखना होगा कि कोर्ट इस मामले में आगे क्या फैसला सुनाता है।
इससे पहले सुशील कुमार की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने बताया था कि सुशील कुमार ने 18 दिनों तक पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा की यात्रा की थी। उसे रविवार सुबह दिल्ली के मुंडका इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह कुछ नकदी लेने आया था और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी से उसने स्कूटी भी उधार ली थी। दिल्ली पुलिस ने कुमार पर एक लाख रुपये और उसके सहयोगी अजय पर 50,000 रुपये के इनाम रखा था। सुशील कुमार को दिल्ली की एक अदालत ने छह दिन की हिरासत में भेज दिया था। 18 मई को कुमार ने नई दिल्ली की रोहिणी अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, लेकिन अदालत ने इसे खारिज कर दिया।
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बता दें कि चार मई को छत्रसाल स्टेडियम में पहलवानों के दो समूह आपस में भिड़ गए, जिससे 23 वर्षीय धनखड़ की मौत हो गई, क्योंकि वह विवाद के दौरान घायल हो गया था। दिल्ली की एक अदालत ने कुमार के खिलाफ गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) भी जारी किया था। दिल्ली पुलिस ने 2008 बीजिंग ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक और 2012 लंदन ओलंपिक खेलों में रजत पदक जीतने वाले कुमार के लिए लुकआउट नोटिस भी जारी किया था। इससे पहले सुशील कुमार को छात्रसाल स्टेडियम भी ले जाया गया था और घटना रिक्रिएशन किया गया था। इसके बाद बुधवार को पुलिस मामले में चार और आरोपियों को पकड़ा था। इस बीच पुलिस अधिकारियों का दावा है कि इन चारों की गिरफ्तारी से सुशील पहलवान और नीरज बवानिया काला आसौदा गैंग के कनेक्शन साबित हो गया है। साथ ही मर्डर का पूरा सिक्वेंस भी सामने आ चुका है। चारों बदमाश हरियाणा के झज्जर के रहने वाले हैं, चारों के खिलाफ गैर जमानती वारंट पुलिस जारी करवा चुकी थी। आरोपियों के नाम भूपेंद्र, मोहित, गुलाब और मनजीत हैं।