पश्चिम बंगाल के बाकी चरणों की तरह सातवें चरण का चुनाव भी छिटपुट हिंसा के साथ शुरू हुआ। सोमवार को कोलकाता की चार, पश्चिम बर्दवान की नौ, मुर्शिदाबाद की नौ, मालदा की छह और दक्षिण दिनाजपुर की छह सीटों पर वोटिंग हो रही है।इस दौरान कई मतदान केन्द्रों पर हिंसक घटनाओं की जानकारी प्राप्त हुई है
मतदान के दौरान हुई कई हिंसक घटनाएं
पांच जिलों की 34 सीटों पर मतदान की शुरुआत भी बाकी चरणों की तरह हिंसा के साथ ही हुई है। रविवार रात कोलकाता पोर्ट इलाके से 19 जिंदा बम बरामद किए गए हैं। इसके अलावा मुर्शिदाबाद के चुरुलिया में रातभर बमबारी हुई है। रानी नगर में बम लगने से कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता घायल हुई हैं।
सूत्रों ने बताया है कि रविवार रात सूचना मिलने के बाद लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय के खुफिया विभाग ने साउथ पोर्ट थाने के साथ मिलकर हुगली जूट मिल के पास से 19 जिंदा बम बरामद किया। दावा है कि मतदाताओं को डराने के लिए ही बमों को एकत्रित किया गया था। इसके अलावा चांचल विधानसभा क्षेत्र में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के मंडल अध्यक्ष को सड़क पर दौड़ा दौड़ाकर मारने-पीटने का आरोप सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर लगा है। इस मामले में थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई है।
इधर मतदान शुरू होते ही भवानीपुर के तृणमूल उम्मीदवार शोभनदेव चटर्जी ने मतदान किया। चुनाव से पहले आयोग ने दावा किया था कि मतदान के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन कड़ाई से किया जाएगा लेकिन वोटिंग के बाद शोभनदेव ने दावा किया कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं हो रहा है। इसके अलावा सत्तारूढ़ पार्टी ने आरोप लगाया है कि मुर्शिदाबाद के सूती विधानसभा क्षेत्र में लक्ष्मीपुर इलाके के मतदाताओं को सेंट्रल फोर्स के जवानों ने धमकी दी है और भाजपा को मतदान करने के लिए कहा है।
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मुर्शिदाबाद के ही रानीनगर इलाके में मतदाताओं को मतदान केंद्र के अंदर नहीं घुसने देने का आरोप सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर लगे हैं। मुर्शिदाबाद के तेतुलिया गांव में भाजपा ऑफिस पर हमले के आरोप सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लोगों पर लगे हैं।