उन्नाव में असोहा के बबुरहा गांव में बुआ-भतीजी के मौत के मामले की जांच पुलिस ने नए सिरे से शुरु कर दी है। एफएसएल और डॉग स्क्वॉयड की टीम उस जगह पहुंची, जहां दोनों के शव मिले थे। डॉग स्क्वाड गांव की ही एक जनरल स्टोर की दुकान पर पहुंचा। पूछताछ पर पता चला कि खेत जाने से पहले दोनों ने दुकान से नमकीन और चिप्स का पैकेट लिया था। फॉरेंसिक टीम ने जांच के लिए दुकान के सभी चिप्स नमकीन के पैकेट कब्जे में लिए हैं।
फॉरेंसिक लैब भेजा गया विसरा
कड़ी सुरक्षा के बीच आज बुआ-भतीजी के शवों को गांव के ही खेत में दफना दिया गया है। इस दौरान सुरक्षा का पूरा इंतजाम किया गया था। कमिश्नर रंजन कुमार, आईजी लक्ष्मी सिंह, डीएम रवींद्र कुमार, एसपी आनंद कुलकर्णी भी उस जगह पर मौजूद रहे जहां दोनों का अंतिम संस्कार हुआ।
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विसरा सुरक्षित किया गया
बबुरहा गांव में बुआ-भतीजी के शव को पोस्टमार्टम हुआ है। रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि इनकी मौत जहर से हुई थी। मृतक किशोरियों के शरीर पर एक भी चोट के निशान नहीं मिले हैं। हाथ-पैर बांधे जाने के साक्ष्य न तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आए हैं और न ही पुलिस की जांच में। विसरा सुरक्षित कर जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दिया गया है उसकी रिपोर्ट आना बाकी है।