लखनऊ। प्रदेश सरकार के नियोजन विभाग व दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर की ओर से तीन दिवसीय “पूर्वांचल का सतत विकास, मुददे, रणनीति एवं भावी दिशा” विषय पर आयोजित मेगा राष्ट्रीय वेबिनार के शनिवार को समापन समारोह को मुरादाबाद से वर्चुअली सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि क्षेत्रीय विषमता हमेशा प्रगति में बाधक होती है। प्रदेश के विकास के लिए चार आर्थिक जोन पूर्वांचल, पश्चिमांचल, मध्यांचल व बुंदेलखंड में बांट कर दो पूर्वांचल व बुंदेलखंड विकास बोर्ड गठन किया, ताकि आर्थिक विषमताओं को दूर किया जा सकें। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के विकास के लिए सभी संस्थानाओं व विभागों को एक साथ जुड़ कर कार्य करना होगा। वेबिनार में विद्वानों के जो सुझाव आएं है, उन पर मिलकर मंथन करना होगा। सीएम बोले पूर्वांचल में पर्यटन की अपार संभावनाएं, 6 बौद्ध पर्यटन स्थलों में 5 पूर्वी क्षेत्र में हैं
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पूर्वांचल के विकास के लिए बनेगी उच्च स्तरीय कमेटी
पूर्वी उत्तर प्रदेश विकास के लिए सभी अच्छे सुझावों के मद्देनजर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति या वित्त मंत्री सुरेश खन्ना जी की अध्यक्षता में कैबिनेट उप-समिति गठित की जाएगी। यह समिति अगले 3 महीनों में एक कार्य योजना की रणनीति प्रस्तुत करेगी। यह योजना 1 अप्रैल, 2021 से शुरू होगी और अगले 3 वर्षों में लागू की जाएगी । इस कार्य योजना के क्रियान्वन के लिए योजना विभाग द्वारा एक प्रभावी निगरानी तंत्र स्थापित किया जाएगा। सीएम बोले पूर्वांचल में पर्यटन की अपार संभावनाएं, 6 बौद्ध पर्यटन स्थलों में 5 पूर्वी क्षेत्र में हैं
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इंसेफेलाइटिस पर पाया काबू
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंसेफेलाइटिस के चलते पचास हजार से अधिक मौतें हुईं। राज्य के 38 जिले इससे प्रभावित थे। 2017 में सरकार ने इसकी रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग को नोडल बनाकर अन्य कई विभागों इसमें शामिल किए। सबके प्रयास से तीन साल में इस पर काबू पाया गया। इस पर कोई अतिरिक्त बजट नहीं दिया गया। इसी रणनीति को कोरोना रोकथाम में भी इस्तेमाल किया गया। जिसकी सराहाना डब्लूएचओ ने की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम भगवान बुद्ध के अप्प दीपो भव मंत्र का सही पालन नहीं कर पाए। प्रकृति की कृपा कहीं अधिक है तो कहीं कम लेकिन पूर्वांचल भाग्यशाली है, जो प्राकृति से काफी समृद्ध है। प्रथम मानव की सृष्टि पूर्वांचल में हुई। सभ्यता की सबसे प्राचीन भूमि होने के बाद भी हम सबसे पिछड़े रहे, अपने को गरीब समझते रहे।मुख्यमंत्री ने कहा कि मैने पूर्वी उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों को दौरा किया है। मुझे कहीं भी जल की कमी नहीं नजर आई। मानवीय सभ्यता के जो मुख्य कारक थे, वह यहां सबसे अधिक मात्रा में मौजूद है। सीएम बोले पूर्वांचल में पर्यटन की अपार संभावनाएं, 6 बौद्ध पर्यटन स्थलों में 5 पूर्वी क्षेत्र में हैं
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स्थानीय स्तर पर करना होगा समस्याओं का समाधान
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन दिनों जो पूर्वांचल के विकास के लिए जो मंथन चला है। उसमें समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर और स्थानीय संस्थानों के माध्यम से करना होगा। प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोत्तरी की संभावनाएं है, उसे आगे बढ़ाया जा सकता है। कृषि अनुसंधान केन्द्रों को कृषि विश्वविद्यालय से जोड़ा है। ताकि किसानों उत्पादन बढ़ा कर उपज का बेहतर मूल्य दिलाया जा सकें। उपज को मार्केट तक पहुंचाने के लिए एक्सपोर्ट पालिसी लाकर व्यापक संभावना तैयार की है। सीएम बोले पूर्वांचल में पर्यटन की अपार संभावनाएं, 6 बौद्ध पर्यटन स्थलों में 5 पूर्वी क्षेत्र में हैं
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सीएम बोले पूर्वांचल में पर्यटन की अपार संभावनाएं, 6 बौद्ध पर्यटन स्थलों में 5 पूर्वी क्षेत्र में है
मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्विस सेक्टर में यहां अपार संभावनाएं है। 6 बौद्ध पर्यटन स्थलों में 5 पूर्वी क्षेत्र में है। हमें पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अच्छे होटलों की चेन बनाना होगी। टूरिस्ट गाइड तैयार करना होंगे। आवागमन के लिए सुविधा बढ़ाना होगा। कुशीनगर व अयोध्या में अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अडडे बनाए जा रहे हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पूर्वी क्षेत्र की अर्थव्यवस्था की ‘बैक बोन’ बनेगा। यह वहां के विकास के क्रम को आगे बढ़ाएंगा। पूर्वांचल के युवाओं को वहीं रोजगार मिलेगा।
शैक्षिक संस्थानों की जिम्मेदारी युवाओं तक पहुंचाएं शासन की योजनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन के योजनाओं की जानकारी युवाओं को नहीं हो पा रही है। युवाओं को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, ओडीओपी योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना ,स्टार्टअप योजना, स्टैण्डअप योजना, आत्मनिर्भर भारत योजना आदि जानकारी नहीं है। इन योजनाओं को युवाओं तक पहुंचाने की जिम्मेदारी विश्वविद्यालयों व शैक्षिक संस्थानों को उठाना होगी। साथ ही संस्थानों को सैद्धांति ज्ञान के साथ व्यवहारिक ज्ञान से भी जुड़ना होगा। सीएम बोले पूर्वांचल में पर्यटन की अपार संभावनाएं, 6 बौद्ध पर्यटन स्थलों में 5 पूर्वी क्षेत्र में हैं
नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए बनाए कमेटी
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति पूरे देश में व्यापक परिवर्तन का आधार बनने जा रही है। सभी शैक्षिक संस्थान एक कमेटी का गठन करें और इसके लिए एक कार्ययोजना को तैयार करें। शासन की योजनाओं को कैसे प्रभावी बनाया जाए और उसे युवाओं तक कैसे पहुंचाया जाए। इसकी कार्ययोजना भी तैयार करना होगी।
चीन की निर्भरता खत्म की
दीपावली दीयों से लेकर लक्ष्मी गणेश की मूर्तियों तक के लिए पहले हम चीन पर निर्भर थे जबकि यूपी में सभी संसाधन मौजूद है। उत्तर प्रदेश सरकार ने चीन की निर्भरता को खत्म किया। इससे दिवाली पर हर घर में मिटटी के दीये जले। स्थानीय कारीगारों की बनाई लक्ष्मी गणेश की मूर्तियों की पूजा हुई। इससे स्थानीय कारीगारों की आत्मनिर्भरता और कारोबार को बढ़ावा मिला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल के विकास की पहल गोरखपुर विश्वविद्यालय ने की है। विकास के लिए सभी संस्थानों और विभागों को एक साथ जुड़ना होगा। तब इसके सार्थक परिणाम देखने को मिलेंगे। नाकारात्मक सोच की वजह से पूर्वांचल में गरीबी व पिछड़ापन देखने को मिला है। ऐसे लोगों को दूध से मख्खी की तरह निकालना होगा। सकारात्मक सोच के साथ ही पूर्वांचल के विकास के साथ जुड़ना होगा। कार्यक्रम में केन्द्रीय आयुष मंत्री श्रीपद यसो नाइक ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूर्वांचल के सतत विकास को लेकर योगी जी पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इस वेबिनार में शामिल होना, मेरा सौभाग्य है। सीएम बोले पूर्वांचल में पर्यटन की अपार संभावनाएं, 6 बौद्ध पर्यटन स्थलों में 5 पूर्वी क्षेत्र में हैं